Home उत्तर प्रदेश बजाज चीनी मिल का गन्ना भुगतान में देरी से किसान परेशान

बजाज चीनी मिल का गन्ना भुगतान में देरी से किसान परेशान

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भाकियू रक्षक लड़ रहा है, बकाया गन्ना भुगतान की लड़ाई:वीरेंद्र सिंह

SAHARANPUR: नागल जनपद की चीनी मिलों में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान मे बजाज चीनीमिल गाँगनौली सबसे ज्यादा पिछड़ रही हैं। किसानों का 155 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान बकाया हैं। पिछले वर्ष के गन्ना भुगतान के लिए गन्ना किसान आज भी तरस रहे हैं। जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गन्ना एवं चीनी मिलें कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, गन्ना राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार अपनी नियमित गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा बैठक में लगातार गन्ना विभाग को निर्देशित कर रहे हैं, कि सभी चीनी मिलें बकाया गन्ना मूल्य का तत्काल भुगतान कर दें। लेकिन यह सब आदेश निर्देश हवा हवाई साबित हो रहे हैं। बजाज चीनी मिल गाँगनौली ने गन्ना मूल्य बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के बारे में अपना जो प्लान गन्ना विभाग एवं जिलाधिकारी को  सौंपा है,उस पर भी बजाज चीनी मिल गाँगनौली खरी नहीं उतर रही हैं।बजाज चीनी मिल के ढुल मूल रवैये को लेकर किसानों के साथ साथ जिला प्रशासन भी हैरान हैं। गन्ना किसानों को अपना गन्ना मूल्य भुगतान फँसता नजर आ रहा है। जनपद में गत सीजन में चीनी मिलों ने नवंबर के बीच पेराई सत्र शुरू कर दिया था।जिला गन्ना अधिकारी डॉ सुधीर चौधरी ने बताया कि सहारनपुर में इस बार गन्ने का क्षेत्रफल 1. 21लाख हेक्टेयर है। जनपद में कुल 7 चीनी मिल चालू हालत में है। चीनी मिल गाँगनौली के गन्ना महाप्रबंधक अनिल चौहान ने बताया कि पिछले वर्ष का गन्ना मूल्य का आधा भुगतान बजाज चीनी मिल गाँगनौली द्वारा कर दिया गया है। 11जून 2025 के बाद का लगभग 155, करोड रुपए गन्ना मूल्य बजाज चीनी मिल गांगनौली पर किसानों का शेष बकाया है। किसानों के गन्ना मूल्य के अलावा ब्याज की राशि अलग से बकाया हैं। भारतीय किसान यूनियन रक्षक के राष्ट्रीय अध्यक्ष से चौधरी  वीरेंद्र सिंह ओलाहन ने कहा कि गन्ना भगतान बकाया को किसानों के इस आंदोलन को भारतीय किसान यूनियन रक्षक के बैनर तले लड़ा जायेगा। गन्ना किसान बहुत परेशान हैं। किसान आशीष नौसरान, उज्जवल चौधरी, महीपाल, नैपाल सिंह, ओमपाल, सुभे सिंह मलिक, सन्दीप नौसरान, अशोक कुमार फौजी, अक्षय नौसरान, भूपसिंह ने बताया कि कम बारिश का असर गन्ना और धान सहित अन्य फसलों पर पड़ा है। जिले में औसत से कम बरसात हुई है, किसान सूखे की मार झेल रहा है वहीं सरकार चीनी मिलों से बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने में कोताही बरत रही हैं। किसानों ने कहा यदि समय रहते बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया गया तो किसान आन्दोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।