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IIT Roorkee के रिटायर प्रोफेसर दंपती से 3 करोड़ की ठगी

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Merath: एक बार फिर साइबर ठगों ने रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती को ठगी का शिकार बनाया है. साइबर अपराधियों ने दंपती को शेयर ट्रेडिंग से मोटी रकम का मुनाफे का झांसा देकर 3.10 करोड़ रुपयों की ठगी कर ली है. दंपती ने एसएसपी शिकायत कर अपनी रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई है. एसएसपी ने भी साइबर टीम को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
प्रोफेसर से 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपये कराए ट्रांसफरः गंगानगर थाना क्षेत्र के गंगासागर के रहने वाले एके अग्रवाल रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज से रिटायर प्रोफेसर हैं. डॉ. अग्रवाल ने एसएसपी विपिन टाडा को दी शिकायत में बताया कि उनके अनाया शर्मा और रितेश जैन नाम के युवक के वॉट्सऐप कॉल और मैसेज कई बार आए. दोनों ने खुद को शेयर मार्केट का एक्सपर्ट बताया. इसके साथ ही शेयर ट्रेडिंग में बड़ा मुनाफा दिलाने का झांसा दिया. दोनो ठगों के बार-बार कहने पर 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेटवर्थ इन्वेस्टमेंट) में अपना एक अकाउंट खोल लिया. शुरुआत में उन्होंने 50 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट किया. प्रोफेसर ने बताया कि 10 अक्टूबर तक उनके खाते से 22 ट्रांजैक्शन हुई, जिसमें 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपए अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गये. हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर उन्हें आवंटित किए गए हैं, जो ब्रांडीवाइन ग्लोबल के पास हैं.
अंजना अग्रवाल से 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार ठगेः एके अग्रवाल की पत्नी अंजना अग्रवाल ने भी एक खाता 3 अक्टूबर को अनाया शर्मा और रितेश जैन के कहने पर खोला था. अंजना अग्रवाल ने पहले एक लाख रुपये और फिर 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए. इसके बाद 13 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार रुपए बताए गए खातों में ट्रांसफर किए. अंजना अग्रवाल ने बताया कि रकम की ठगी करने के बाद भी ये लोग उनको अपनी बातों में उलझाते रहे. एके अग्रवाल ने बताया जब उन्हें अपनी रकम की इन्वेस्टमेंट की कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें अपने साथ हुई ठगी का शक हुआ. इस पर अनाया शर्मा से वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से संपर्क किया तो उसने सेबी से संपर्क करने की सलाह दी.

पहले ग्रुप में जोड़कर दी शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंगः पीड़ित प्रोफेसर ने बताया कि उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपए फ्रीज कर दिए गए. 22 अक्टूबर को बताया गया कि वह 31 अक्टूबर तक अपने शेयर बेच नहीं सकते. वह केवल 10 लाख रुपए ही निकाल पाए. इसी तरह अंजना अग्रवाल को भी ठगों ने बताया कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड आदि के शेयर आवंटित किए गए हैं, जो वर्तमान में ब्रैंडीवाइन ग्लोबल के पास हैं. उनके खाते में 9 लाख 97 हजार 784 रुपये फ्रीज कर दिए गए है. वह अपने शेयर 31 अक्टूबर तक नहीं बेच सकती. अंजना भी केवल 1 लाख 88 हजार 300 रुपये ही अपने खाते से निकाल पाईं. एके अग्रवाल ने बताया कि सीओआई भारतीय स्टॉक मार्केट अपडेट नाम के एक वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से उन्हें फंसाया गया. यह ग्रुप 28 दिसंबर 2021 को 157 सदस्यों के साथ बनाया गया था. इसमें से केवल 5-10 सक्रिय प्रतिभागी हैं. रितेश जैन इस ग्रुप में प्रतिदिन 2 बजे और 8 बजे तक ट्रेनिंग देकर शेयर ट्रेडिंग में बड़े मुनाफे का झांसा दिया करता था.

साइबर अपराध का तरीका व बचाव द्वारा साइबर एक्सपर्ट जय प्रकाश सिंह – साइबर सेल प्रयागराज
ठगी का तरीका:

ठगों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जिसमें हाई-प्रोफाइल लोगों के नंबर जोड़े जाते थे। इस ग्रुप में ठग खुद कई नकली खातों से जुड़ते थे और खुद को हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के रूप में पेश करते थे। वे प्रोफाइल पिक्चर लगाकर यह दिखाते थे कि वे सफल निवेशक हैं। ये सभी ठग मिलकर एक ही ठग पर लोगों का ध्यान केंद्रित करते थे और दावा करते थे कि इस ठग ने उन्हें बहुत लाभ दिया है। वे फर्जी स्क्रीनशॉट भेजकर लोगों को लुभाते थे।
ग्रुप में जुड़े अन्य लोग भी हाई-प्रोफाइल पिक्चर लगाते थे, जैसे कि आईपीएस अधिकारी या जिलाधिकारी। जब कोई व्यक्ति उनसे व्यक्तिगत रूप से बात करता था, तो वे समय का अभाव बताकर खुद को व्यस्त दिखाते थे और निवेश का झांसा देते थे।
जब कोई व्यक्ति इस योजना में शामिल होने के लिए तैयार हो जाता था, तो उसे एक नए ग्रुप में जोड़ा जाता था। फिर उसे एक फर्जी वेबसाइट या ऐप पर रजिस्टर कराया जाता था। इस वेबसाइट या ऐप पर व्यक्ति का नाम, पता और अन्य जानकारी दर्ज की जाती थी। इसके बाद, व्यक्ति से एक छोटी राशि निवेश करने के लिए कहा जाता था और उसे कुछ लाभ दिया जाता था। धीरे-धीरे, व्यक्ति से बड़ी राशि निवेश करने के लिए कहा जाता था और उसे ऐप पर लाभ दिखाया जाता था। लेकिन जब व्यक्ति अपना पैसा निकालना चाहता था, तो उसे तरह-तरह के बहाने बनाकर रोका जाता था और उससे और पैसा लगाने के लिए कहा जाता था। जब व्यक्ति का सारा पैसा खत्म हो जाता था, तब उसे ठगी का एहसास होता है।

बचावः कोई अपने आपको को कितना भी अच्छा क्यो ना बता रहा हो और प्राफिट का वादा कर रहा है तो वही पर रूक जाना है चाहे आनलाइन हो या आफलाइन ।कोई भी निवेश करने से पहले पूरी जानकारी ले ।अगर जानकारी नही है तो जो पैसा उसी से लाइफ का आनन्द ले । हेरा फेरी-2 मूवी में अच्छा सा सीन है 21 दिन में पैसा डबल वैसा ही बिल्कुल आज भी आनलाइन – आफलाइन हो रहा है ।

(जय प्रकाश सिंह – साइबर सेल प्रयागराज 7007436833)