बारा, प्रयागराज। निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान, तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान उक्त बातें श्री सर्वेश्वर हनुमान मंदिर नारीबारी में विराजे श्री हनुमान जी का विधि-विधान से पूजन अर्चन कर छत्र (मुकुट) को पहनाने के बाद गुरुवार को आचार्य पंडित अभिषेक कृष्णम् ने कहा कि शोभायात्रा के बाद श्री सर्वेश्वर हनुमान मंदिर से ग़ायब छत्र को सभी आचार्यों और भक्तों के प्रार्थना के पश्चात महामृत्युंजय जप व शिवपुराण कथा के मंच पर हनुमान जी ने स्वयं छत्र को व्यास पीठ पर रखा। सभी नगरवासियों से अभिषेक हरिकिंकर ने आग्रह किया कि मंदिर के गरिमा और प्रतिष्ठा को ध्यान दें। ऐसी जो वारदात होती है वह ना हो। पुजारी रमेश दास को भी मंदिर परिसर सुव्यवस्थित देखनें का सुझाव देते हुए सनातन धर्म संस्कृति के सुचारू रूप से संचालन का सभी से अनुरोध किया। इस अवसर पर आचार्य राजीव तिवारी, आचार्य शिवशंकर, कृष्णकली, बैजनाथ केसरवानी, सूर्य कांत शुक्ला, दिलीप कुमार चतुर्वेदी, ऋषि मोदनवाल, पिंटू केसरवानी, दिवाकर साहू सहित कई भक्तगण उपस्थित रहे।