भेटुआ अमेठी, विकास खंड भेटुआ में आवारा पशुओं की समस्या निरंतर विकराल रूप धारण करती चली जा रही है,आलम यह है कि अब भेटुआ में आवारा पशुओं से खेती ही नहीं बल्कि जिंदगी को भी खतरा उत्पन्न हो चुका है लेकिन यहां समस्या के निराकरण हेतु कागज़ी घोड़े दौड़ाने के अलावा धरातल पर कोई भी कार्य होता नहीं दिख रहा|
भेटुआ विकास खंड के अमयेमाफी गांव निवासी 65 वर्षीय राजबहादुर सिंह पुत्र स्व० शिवदानसिंह पर गांव में घूम रहे छुट्टा मवेशियों में से एक सांड ने गुरुवार सुबह तब हमला कर दिया जब वह अपने पाल्य मवेशियों को चारा डाल रहे थे,इस हमले में पूर्व फौजी और बूथ अध्यक्ष भाजपा राजबहादुर सिंह बुरी तरह घायल हो गए,घर और पड़ोस के लोग जब तक उनकी मदद के लिए पहुंच पाते सांड ने सींग मार -मार कर राजबहादुर को अधमरा कर दिया|
इस हमले में राजबहादुर सिंह के दोनों पैरों में बड़ा घाव हो गया, इलाज के लिए असैदापुर पहुंचे पीड़ित का जब एक्स-रे कराया गया तो पता चला राजबहादुर सिंह अब लंबे समय तक खड़े नहीं हो सकते क्योंकि इस हमले में पूर्व फौजी के पैरों के मांस के चीथड़े ही नहीं उड़े बल्कि उनका बायां पैर टूट चुका है| क्षेत्र में लगातार हो रही ऐसी दुर्घटनाओं से आम जन मानस में रोष है,लोग समस्या के निराकरण हेतु कोई कार्यवाही न होने से नाराज़ नजर आ रहे हैं|