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स्वर्गवासी हो चुके व्यक्ति से गौहनिया चैकी प्रभारी ने किया फोन पर बात

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घूरपुर थाने की अजब कहानी… गौहनिया चैकी प्रभारी मृत व्यक्तियों से भी फोन पर करते हैं वार्ता
मृत व्यक्ति के खिलाफ भी चैकी प्रभारी ने लगाई फर्जी रिपोर्ट
रोहित शर्मा
प्रयागराज। आपने अक्सर फिल्मो या कहानियों मे इंसान को आत्माओं से बात करते हुए देखा होगा ! लेकिन हकीकत में कोई बात करता है यह जानकर शायद यकीन नहीं होगा ।यह सच है कि कि जिन्दा आदमी, आत्माओं से बात कर लेता है। इस बात की जानकारी जब मृत आत्मा की पत्नी को हुई तो वह आश्चर्य चकित रह गई। जी हां दोस्तो प्रयागराज के एक चैकी प्रभारी साहब हकीकत मे भी मृत व्यक्तियों से फोन पर वार्ता करते है ? अगर विश्वास नही ंतो उनसे आप खुद पूंछ सकते है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्की चैकी प्रभारी गौहनिया द्वारा प्रेषित एक रिपोर्ट बोल रही है।..दरसल मामला कुछ ऐसा है कि संगम नगरी प्रयागराज के यमुनानगर क्षेत्र के घूरपुर थाना अंतर्गत गौहनिया चैकी प्रभारी ताराचन्द मृत व्यक्तियों से भी फोन पर वार्ता कर लेते हैं… चैकी क्षेत्र के खटंगिया गांव निवासिनी प्रतिभा देवी का एक मामला था जिसमे साहब ने बिना मौका मुआयना किये, बिना जानकारी लिए अपनी रिपोर्ट मे यह दिखा दिया कि आवेदिका के पति से दूरभाष के जरिये मेरी बात हो गई है वह किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं चाह रहे हैं जबकि आवेदिका के पति की 2 वर्ष पहले ही मृत्यु हो चुकी है..आवेदिका ने बताया कि मेरे यहां कोई आया भी नहीं और मेरे पति से साहब ने बात कर रिपोर्ट भी लगा दी है जबकि मेरे पति की 2 वर्ष पहले ही मौत हो चुकी है.. अब बड़ा सवाल यह उठता है कि चैकी प्रभारी ताराचन्द किसके भरोसे बिना मौका मुआयना किये, बिना किसी जानकारी के कैसे रिपोर्ट लगा देते हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि साहब का कहीं तगड़ा जुगाड़ फिट है जिससे कि वह अपने उच्चाधिकारियों से बिना भय के फर्जी रिपोर्ट लगा देते हैं..इसलिए भी यह तस्वीरें पुख्ता सबूत पेश करती हैं कि पूरे प्रयागराज मे घूरपुर ही एक ऐसा कमाऊ थाना है जहां सबसे ज्यादा पैसे की कमाई होती है.. चूँकि इसी थाना क्षेत्र मे अवैध ओवरलोड गाड़ियां, अवैध खनन तथा इसी तरह के अवैध पुलिसिया कार्य किये जाते हैं..शायद यही वजह है कि जिले के आलाधिकारी भी इस कमाऊ पूत के ऊपर किसी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं करते हैं चूँकि कमाऊ पूत सबका प्यारा होता है.. हालांकि यह तस्वीरें पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाती नजर आ रही हैं.. अब देखना यह है कि इस भ्रष्ट अधिकारी पर जिले के आलाधिकारी किस तरह से कानूनी कार्रवाई करते हैं यह देखने वाली बात होगी..चूँकि बीते दिनों की बात की जाय तो पूर्व मे ही थाना प्रभारी रहे अश्वनी कुमार को पुलिस कमिश्नर द्वारा अवैध कार्यों मे लिप्त पाये जाने के अपराध मे निलंबित किया जा चुका है।

इनसेट…………..
कमाऊ पूत सबका चहेता
जनपद का सबसे महंगा थाना घूरपुर को बताया जाता है और यह थाना लगातार सुर्खियों मे भी बना रहता है..कभी अवैध खनन, कभी ओवरलोडिंग तो कभी ट्रकों से अवैध वसूली को लेकर हमेशा थाना घूरपुर चर्चाओं मे रहता है जिसके ऑडियो व वीडियो सोशल मीडिया से लेकर अखबारों चैनलों पर भी चलते हैं लेकिन कार्रवाई केवल खानापूर्ति.. आखिर क्यों..?
अगर इसकी जीती जागती तस्वीरें देखनी हो तो घूरपुर थाना क्षेत्र मे जहाँ पर पुलिस की पिकेट लगाई जाती हैं वहाँ पर यह तस्वीरें सफतौर पर देखी जा सकती हैं..बुजुर्गों ने एक कहावत कही है ष्कमाऊ पूत सबका चहेताष् उक्त कहावत घूरपुर थाने पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि जनपद का सबका महंगा थाना होने के चलते उच्चाधिकारी भी इस पर मेहरबान रहते हों और अवैध कार्यों के चलते लगातार सुर्खियों मे रहने वाले थाने को नजरअंदाज कर देते हैं..??