Home उत्तर प्रदेश संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान की तैयारी तेज, डीएम ने दिए कड़े...

संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान की तैयारी तेज, डीएम ने दिए कड़े निर्देश

16
0

SIDHARTH NAGAR: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत विशेष संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर की अध्यक्षता और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रजत कुमार चौरसिया की उपस्थिति में हुई इस बैठक में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विस्तृत रणनीति पर चर्चा की गई। जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 जुलाई 2025 से 31 जुलाई 2025 तक चलेगा। इसी के अंतर्गत 11 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिमागी बुखार (इंसेफेलाइटिस) और अन्य संक्रामक रोगों के बारे में व्यापक जन-जागरूकता के लिए दस्तक अभियान में प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर बीमारियों से बचाव और उपचार के संबंध में लोगों को जानकारी देंगे। जिलाधिकारी ने एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को संचारी रोग से बचाव का प्रशिक्षण दिलाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स, जैसे आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्री, दिमागी बुखार, क्षय रोग (टीबी), कुष्ठ रोग, फाइलेरिया और कालाजार जैसे रोगों के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण ई-कवच पोर्टल पर अपलोड करें।’स्टॉप डायरिया कैंपेन’ के तहत फ्रंटलाइन वर्कर्स अपने साथ ओआरएस पैकेट और क्लोरीन की गोलियां भी रखेंगे, ताकि लक्षण वाले व्यक्ति को तत्काल सहायता मिल सके। जिलाधिकारी ने दस्तक अभियान और संचारी रोग नियंत्रण अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। आशा कार्यकत्रियों द्वारा भ्रमण किए जाने वाले प्रत्येक परिवार के सदस्यों की आभा आईडी बनाकर उन्हें उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत को नगरीय क्षेत्रों में साफ-सफाई अभियान चलाने और जिला पंचायत राज अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, स्कूलों, नगर निकायों और ग्रामीण क्षेत्रों में संचारी रोग के लक्षण और बचाव के बारे में जागरूकता फैलाने, स्कूलों के आसपास की झाड़ियों की सफाई कराने, शौचालय का उपयोग करने हेतु लोगों को जागरूक करने और नालियों की साफ-सफाई एवं दवाओं का छिड़काव कराने के भी निर्देश दिए गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रजत कुमार चौरसिया ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान को प्रभावी बनाने में आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम, स्कूली शिक्षक और ग्राम प्रधानों की अहम भूमिका है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत दिमागी बुखार, क्षय रोग, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया और कालाजार के लक्षण वाले रोगियों को निकटवर्ती सरकारी अस्पताल भेजकर त्वरित और सही उपचार दिलाने पर विशेष बल दिया जाएगा। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ए.के. झा, दस्तक/संचारी रोग प्रभारी डॉ. अमित शर्मा, डॉ. समीर सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी पवन कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत, समस्त एमओआईसी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। यह अभियान सिद्धार्थनगर को संचारी रोगों से मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।