Home उत्तर प्रदेश *शिक्षक दिवस पर विशेष-* *शिक्षिका रीता कुशवाहा समाज के लिए आदर्श

*शिक्षक दिवस पर विशेष-* *शिक्षिका रीता कुशवाहा समाज के लिए आदर्श

*ब्यूरो इटावा*
 इटावा –(डॉ.सुशील सम्राट) अध्यापक के बिना शिक्षा की प्रक्रिया सफल रूप से नहीं चल सकती अध्यापक न केवल छात्रों को शिक्षा प्रदान करने का कार्य करता है बरन उसके संपूर्ण जीवन को संभालने का कार्य भी करता है उन्ही में से एक कहानी है शिक्षिका रीता कुशवाहा की की नियुक्ति 2011 में प्राथमिक विद्यालय दलेलनगर जिला औरैया में हुई l 2012 में अंतर्जनपदीय ट्रांसफर होने के कारण इनकी नियुक्ति 2012 में प्राथमिक विद्यालय नायकपुरा में हुई शिक्षिका का ध्यान बच्चों की पढ़ाई के प्रति कुछ ज्यादा ही था गांव में कुछ लड़कियां ऐसी भी थी जो की कक्षा 8 के बाद अपनी पढ़ाई को वहीं समाप्त कर लेती थी शिक्षिका ने घर-घर जाकर लड़कियों व लड़कियों के मां-बाप को जागरूक किया और गांव के बाहर लड़कियों को आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया इसी गांव की एक लड़की है रीना जो की कक्षा 8 के बाद पढ़ना चाहती थी लेकिन पांच बहने दो भाई होने के कारण इनके पिताजी का कहना था कि मेरी लड़कियां बाहर नहीं पड़ेगी कुछ ऊच नीच हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा लेकिन शिक्षिका ने उसे बच्ची की पूरी जिम्मेदारी स्वयं लेने का वादा किया उसको कक्षा 9  में पास के विद्यालय पछायगांव इंटर कॉलेज  मैं एडमिशन दिलवाया और उसकी पढ़ाई के खर्चे की पूरी जिम्मेदारी भी ली और रीना की कड़ी मेहनत रंग लाई उसने कक्षा 10 में 83% अंक पाकर अपने विद्यालय व अपने गांव का नाम रोशन किया अब रीना इंटर में आ चुकी है उसकी ट्यूशन न मिलने के कारण शिक्षिका के द्वारा एक एंड्रॉयड फोन उपलब्ध कराया ताकि ऑनलाइन पढ़ाई कर सके और उसके अध्ययन में कोई रुकावट ना आए शिक्षिका ने स्टोरी टेलिंग में जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया था शिक्षिका के द्वारा गांव के बच्चों को डाइट स्तर पर नाटक में भाग दिलाया और बच्चों वह अभिभावकों को जागरूक किया l