PRATAPGARH: उदयपुर थाना क्षेत्र के आमीशंकरपुर गांव निवासी युवक की मौत को लेकर गुरूवार को भी परिजनो में पुलिस के प्रति आक्रोश बना रहा। पीएम के बाद बुधवार की शाम शव घर पहुंचा तो परिजन आरोपियों पर कार्रवाई न होने को लेकर पुलिस पर फिर आक्रोश जताने लगे। आखिरकार गुरूवार सुबह अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात पर परिजन किसी तरह माने और इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया। शव का अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। आमीशंकरपुर बाजार निवासी सर्वजीत सिंह के बीस वर्षीय पुत्र संदीप सिंह की इलाज के दौरान लखनऊ में सत्रह जून को मौत हो गयी थी। मृतक के पिता ने दो आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर आरोप लगाया कि आरोपियों ने मारपीट कर उसके पुत्र को घायल कर दिया था। गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गयी। परिजन आरोपियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की बात पर अड़े थे। वही पुलिस परिजनों को यह समझाने मंे जुटी रही कि घटना मारपीट की न होकर मार्ग दुर्घटना है। लेकिन परिजन मानने को तैयार नही थे। उदयपुर व सांगीपुर पुलिस परिजनों को समझाने बुझाने में जुटी रही। आखिरकार गुरूवार सुबह पुलिस द्वारा अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की बात पर परिजन किसी तरह माने। इसके बाद सुबह करीब ग्यारह बजे गांव समीप खेत में शव का दफन किया गया। शव दफन होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। एसओ राधेश्याम का कहना है कि परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है, मामले में अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।