Home उत्तर प्रदेश बलिदान दिवस पर बीयू में रानी लक्ष्मीबाई को पुष्पांजलि अर्पित की गई

बलिदान दिवस पर बीयू में रानी लक्ष्मीबाई को पुष्पांजलि अर्पित की गई

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JHANSI: वीरता, आत्मबल और मातृभूमि के प्रति समर्पण को किया गया नमन भारत की स्वतंत्रता के इतिहास में अमर बलिदान और अद्वितीय वीरता की प्रतीक रहीं झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई को पुष्पांजलि अर्पित की इस अवसर पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी में श्रद्धा, प्रेरणा और राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण एक गरिमामय श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन जहां एक ओर ऐतिहासिक स्मरण था, वहीं दूसरी ओर यह नई पीढ़ी को देशभक्ति, आत्मबल और नारी सशक्तिकरण के लिए प्रेरित करने वाला मंच भी बना। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय परिसर में स्थित रानी लक्ष्मीबाई की भव्य प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई।  कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय, कुलसचिव  राज बहादुर सिंह, आईक्यूएसी निदेशक एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार काबिया सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। “जय रानी लक्ष्मीबाई” के नारों और राष्ट्रगान की सस्वर प्रस्तुति ने पूरे परिसर को राष्ट्रभक्ति के भाव में सराबोर कर दिया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि रानी लक्ष्मीबाई केवल इतिहास की एक गाथा नहीं, बल्कि भारत माता की वह साहसी पुत्री थीं जिन्होंने अपने अदम्य साहस और स्वाभिमान से भारत के स्वतंत्रता संग्राम को नया आयाम दिया। उन्होंने ‘मैं अपनी झाँसी नहीं दूँगी’ के उद्घोष के साथ ब्रिटिश सत्ता को सीधी चुनौती दी और अनेक युवाओं को स्वतंत्रता के लिए प्रेरित किया। प्रो. काबिया ने सुझाव भी दिया कि रानी लक्ष्मीबाई के विचारों और योगदान को विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों, शोध विषयों और छात्र गतिविधियों से जोड़ा जाना चाहिए, जिससे यह प्रेरणा सतत बनी रहे। कुलसचिव  राज बहादुर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि रानी लक्ष्मीबाई केवल एक ऐतिहासिक नाम नहीं हैं, बल्कि वे आज भी हमारी चेतना में जीवित हैं। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रप्रेम, साहस और नेतृत्व के गुणों की शिक्षा देता रहेगा। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के विभागाध्यक्षों, प्रोफेसरों, शोधार्थियों, बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं और अभिभावकों की भागीदारी रही। वेबिनार लिंक और डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से भी इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम को दूर-दूर तक प्रसारित किया गया, जिससे रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान और विचारों की प्रेरणा व्यापक रूप में जनमानस तक पहुंची। कार्यक्रम के दौरान अप कुल सचिव अंजुम शेख उप कुलसचिव सुशील कुमार सेन डॉ विनोद कुमार बौद्ध प्रो मुन्ना तिवारी,प्रो आर के सैनी,हेमंत चंद्रा, डॉ रितिक यादव डॉ आशीष वर्मा चंद्रभान प्रजापति डॉ के एल सोनकर डॉ ऋषि सक्सेना प्रो विनीत कुमार डॉ यज्ञ पाल सिंह शशांक अंजुल सिंह यादव, मुजफ्फर इं साबिर अली , जितेंद्र आदि उपस्थित रहे l