प्रशासन के कड़ी मशक्कत के बाद एडीएम कुशीनगर के लिखित आश्वाशन पर परिजन जाम समाप्त करने को राजी हुए
प्रातः काल एक्सप्रेस
कुशीनगर ब्यूरो
नगर के गोलाबाजार में शनिवार की सुबह दुर्घटना में घायल युवक की शुक्रवार को लखनऊ में इलाज के दौरान मौत के बाद शव घर आने की सूचना पर मृत युवको के परिजनों द्वारा कसया -देवरिया मार्ग को अवरूद्ध कर जाम लगा दिया गया। जो लगभग 6 घंटे तक लगा रहा। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस और प्रशासन के कड़ी मशक्कत के बाद एडीएम कुशीनगर के लिखित आश्वाशन पर परिजन जाम समाप्त करने को राजी हुए। मृत युवक के शव का अंतिम संस्कार पुलिस प्रशासन के मौजूदगी में कराया गया।
शनिवार की सुबह दुर्घटना में मृत आशीष मद्धेशिया का शव
आने की सूचना पर वार्डवासी सहित नगर के सैकड़ों लोग परिजनों के समर्थन में देवरिया मार्ग जाम कर धरने पर बैठ गए। पुलिस और प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी परिजन अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। परिजनों का मांग था की दोषी के खिलाफ तत्काल गिरफ्तार किया जाए। 50 – 50 लाख रुपया और एक एक आवास दिया जाए। इसके साथ ही अभियान चलाकर नशे की हालात में वाहन चला रहे लोगो पर नियमित चेकिंग कर कारवाई किया जाए। परिजनों को समझाने बुझने के लिए नगरपालिका कुशीनगर अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश जायसवाल, सपा नेता बंटी राव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राधे विश्वकर्मा, भाजपा नेता ओम प्रकाश जायसवाल, संतोष सिंह आदि के साथ ही सीओ कसया कुंदन सिंह, परिजनों और उनके समर्थकों को जाम हटाने का प्रयास करते रहे लेकिन परिजन इस बात पर अड़े रहे कि जबतक डीएम और एसपी मौके पर आकर लिखित आश्वाशन नहीं देंगे तब तक न हम जाम हटाएंगे और न ही शव का अंतिम संस्कार करेंगे। परिजनों के अनुसार मृतक का शव लखनऊ से सुबह 5 बजे ही टोल प्लाजा तक आ गया था लेकिन परिजनों द्वारा शव को वहीं रोक दिया गया था ताकि पुलिस प्रशासन द्वारा हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा तबतक ना ही हम जाम हटाएंगे। इसके बाद मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक विवेश कटारिया और अपर जिलाधिकारी वैभव मिश्रा मौके पर पहुंचे। और समझा बूझकर मामले को शांत कराने का प्रयास किए। लेकिन परिजन नहीं माने। लिखित आश्वाशन पर अडिग रहे। लगभग 6 घंटे तक नगर का कसया देवरिया मुख्य मार्ग पूरी तरह बाधित रहा तो वही नगर की मुख्य मार्ग की सभी दुकानें बंद रही। समय बीतते देख पुलिस प्रशासन के पसीने छूटने लगे जिसके बाद कुशीनगर विधायक पी एन पाठक धरना स्थल पर पहुंचे। परिजनों को काफी मनाने का प्रयास किए और वहा मौजूद उचाधिकरियो से वार्ता कर उनके मांगो का लिखित आश्वाशन दिया गया। जिसके बाद परिजन शव के दाह संस्कार के लिए ले कर गए। हंगामे के बीच मौके पर पहुंचे जनप्रतिनिधियों को भी घटना के तीन दिन बीतने के बाद भी उनके द्वारा सुधि न लेने पर उन्हें काफी खरी खोटी सुनाई। भारी हंगामे को देखते हुए मौके पर कसया सीओ सहित तहसीलदार धर्मवीर सिंह, सीओ अमित सक्सेना सहित कई थानों की पुलिस तैनात रही।