ईरान की राजधानी तेहरान से एक चौंकाने वाली कहानी अब पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रही है। खबरों के मुताबिक, इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की एक महिला जासूस दो साल पहले चुपके से ईरान में घुस गई थी। फिर उसने शिया इस्लाम अपना लिया और धीरे-धीरे ईरान के शीर्ष अधिकारियों और उनके परिवारों के करीब पहुंच गई।
इजरायल और ईरान के बीच छिड़े युद्ध में तेहरान से जुड़ी सटीक जानकारी उसकी सबसे बड़ी ताकत साबित हो रही है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कैसे मोसाद ये सारी जानकारियां इतनी आसानी से कैसे हासिल करता रहा। अब इसी को लेकर मोसाद की एक महिला जासूस के बड़े खेल का खुलासा हुआ है। यह कोई जेम्स बॉन्ड फिल्म नहीं है, बल्कि ऐसा सच में हुआ है। ईरान की राजधानी तेहरान से एक चौंकाने वाली कहानी अब पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रही है। खबरों के मुताबिक, इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की एक महिला जासूस दो साल पहले चुपके से ईरान में घुस गई थी। फिर उसने शिया इस्लाम अपना लिया और धीरे-धीरे ईरान के शीर्ष अधिकारियों और उनके परिवारों के करीब पहुंच गई। ईरान में घुसपैठ के बाद शिया इस्लाम कबूल किया और देश के बड़े बड़े अफसरों के घर तक पहुंच बना ली और ईरान की की बर्बादी की स्क्रिप्ट को लिखना शुरू कर दिया।
कैसे कैथरीन ने ईरानी अधिकारियों तक बनाई पहुंच
मोसाद की इस महिला जासूस का नाम कैथरीन पेरेज़ शाकडम है। मूल रूप से फ्रांस की रहने वाली है। ये न केवल उच्च प्रशिक्षित थी बल्कि वह स्मार्ट, सुंदर और बोल्ड भी थी। उसके आकर्षण और चतुर योजना ने ईरान की सख्त सुरक्षा एजेंसियों को भी धोखा दिया। पहले तो कैथरीन ने दावा किया कि वह बस इस्लाम के बारे में जानने की इच्छुक थी। उसने शिया इस्लाम अपना लिया और ईरानी सरकारी अधिकारियों की पत्नियों से मिलना-जुलना और बात करना शुरू कर दिया। समय के साथ, उसने उनका भरोसा जीत लिया और उनके घरों में नियमित मेहमान बन गई।
सटीक लोकेशन, गुप्त जानकारियां मोसाद को भेजी
देखते ही देखते कैथरीन पर इतना भरोसा किया गया कि वह घरों और उन जगहों के निजी क्षेत्रों में भी घुस गई, जहाँ सुरक्षा आमतौर पर बहुत कड़ी होती है। जबकि ईरानी एजेंसियाँ फ़ोन और आगंतुकों की सावधानीपूर्वक जाँच कर रही थीं, कैथरीन चुपचाप तस्वीरें ले रही थी और गुप्त जानकारी एकत्र कर रही थी। उसने यह सब सीधे मोसाद को भेज दिया। जैसे-जैसे ईरान और इज़राइल के बीच तनाव बढ़ता गया, कई शीर्ष ईरानी अधिकारियों ने सुरक्षा के लिए अपने ठिकाने बदल लिए। उन्हें लगा कि अब वे सुरक्षित हैं। लेकिन हर बार जब हमला होता था, तो यह इतना सटीक होता था, ऐसा लगता था जैसे किसी ने विस्तृत नक्शा थमा दिया हो। जब ईरान की अपनी खुफिया सेवा ने जांच शुरू की, तो धीरे-धीरे सच्चाई सामने आई। अधिकारियों के साथ ली गई तस्वीरों से कैथरीन की पहचान करने में मदद मिली। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कहां गायब हो गई कैथरीन
कोई नहीं जानता। कैथरीन पूरी तरह से गायब हो गई है। ईरान की खुफिया एजेंसी ने पूरे देश में उसके पोस्टर और तस्वीरें फैला दी हैं। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं, कोई निशान नहीं, कोई आवाज़ नहीं। कुछ लोग कहते हैं कि उसने अपनी पहचान बदल ली है और अब दूसरे देश में रह रही है। आज, कैथरीन पेरेज़ शकडम को इजरायल के इतिहास में सबसे साहसी जासूसों में से एक कहा जा रहा है। उसके मिशन ने ईरान को चौंका दिया है और दुनिया को हैरान कर दिया है।