एअर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की आधिकारिक वजहों का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन कुछ समय बाद ही हुए हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व पायलट अहसान खालिद ने सवाल उठाया कि विमान 600 फीट की ऊंचाई पर था, तो बड़ा सवाल यह है कि लैंडिंग गियर नीचे क्यों था? विमान के उड़ान भरते ही लैंडिंग गियर ऊपर उठा दिया जाता है। चूंकि लैंडिंग गियर नीचे था, इसलिए संभव है कि इंजन में खराबी का पहले ही पता चल गया हो।
खालिद ने कहा कि वीडियो से पता चलता है कि विमान उड़ते समय नीचे आया। बीच हवा में कोई धमाका नहीं हुआ। हो सकता है विमान में पावर की कमी हो गई हो। इसे इंजन की खराबी का कारण माना जा सकता है। हालांकि, दोनों इंजनों के एकसाथ फेल होने की संभावना बहुत कम है। हो सकता है कि आखिरी कुछ सेकंड में विमान पक्षी से टकराया हो, जिससे दोनों इंजनों ने ताकत खो दी हो।
पायलट की मेडे कॉल का जिक्र करते हुए खालिद ने कहा कि चालक दल को गड़बड़ी का पता था और उन्होंने इसे संभालने की कोशिश भी की। पर, सवाल यह है कि लैंडिंग गियर ऊपर क्यों नहीं था। विमान 600 फीट की ऊंचाई पर था। विमान में एक दिक्कत थी या कई, अभी कोई कुछ नहीं कह सकता। हादसे की सटीक वजहों का पता फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और एसीएआरएस डाटा की जांच से चलेगा।
