Home उत्तर प्रदेश सात दिवसीय कथक डांस प्रशिक्षण का समापन समारोह‌ हुआ सम्पन्न

सात दिवसीय कथक डांस प्रशिक्षण का समापन समारोह‌ हुआ सम्पन्न

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कथक नृत्य प्राचीन है : रजनीकांत मणि त्रिपाठी

KUSHINAGAR NEWS: विरजू महाराज कथक संस्थान लखनऊ, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश सरकार( वाइटल केयर फाउंडेशन) कसया कुशीनगर तथा संस्कृति भारती के संयुक्त तत्वाधान में राम जानकी मठ मंदिर कसया के हाल में कुशल प्रशिक्षिका कथक ज्योति शुक्ला के द्वारा इच्छुक बालिकाओं को  सात दिवसीय कथक प्रशिक्षण कराया गया जिसका समापन समारोह बौद्ध संग्रहालय कुशीनगर के अज्ञेय स्मृति सभागार में किया गया जिसके मुख्य अतिथि कालिंदी त्रिपाठी जी रहींl उक्त कार्यक्रम पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी जी  की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
  प्रशिक्षण समापन समारोह में बालिकाओं को मुख्य अतिथि एवं अन्य सामाजिक  संस्थाओं और संस्कार भारती के पदाधिकारियों द्वारा प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया। उक्त कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी जी ने कहा कि कथक नृत्य सबसे प्राचीन है धीरे-धीरे हमारी प्राचीन सभ्यताएं आधुनिकता  के चलते धूमिल पड़ती जा रही है। सांस्कृतिक विभाग और वाइटल केयर के संयुक्त तत्वाधान में कसया में सात दिवसीय प्रशिक्षण का कार्य  चलाl इन बच्चों का कथक ज्ञान अधूरा ना रहे इसके लिए आयोजन गण  का यह प्रयास रहा कि आगे भी ऐसे ही आयोजन किए जाएं l उक्त कार्यक्रम को डॉक्टर अनिल कुमार सिन्हा और कालिंदी मणि त्रिपाठी आदि ने भी संबोधित किया। चंद्र भूषण सिंह , प्रभुनाथ मिश्रा डॉक्टर अनिल कुमार सिन्हा, प्रदीप राय, सुरेश प्रसाद गुप्त ,अख़लाक़ अहमद अंसारी एडवोकेट, प्रभाष  राय, देवेन्द्र कुमार राय सुरेश पांडेय एडवोकेट, कृष्ण  प्रताप सिंह, शांभवी सिन्हा, वंदना मद्धेशिया वीर प्रताप सिंह डॉक्टर ज्ञान प्रकाश  राय   अवकाश प्राप्त जज संतोष कुमार  श्रीवास्तव आदि के उपस्थिति में  यह प्रमाण पत्र वितरण किया गया । उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन विरेश  राय ने किया तथा पूनम गुप्ता ने  आभार ब्यक्त किया। बच्चियों में अंकिता मणि त्रिपाठी, आर्या मणि त्रिपाठी, भाविका, वर्षा जैन, रेनू वर्मा, प्रियंका वर्मा, अदिति तिवारी, आकांक्षा जायसवाल, खुशी शर्मा ,दृष्टि गुप्ता, शिखा मद्धेशिया,  सृष्टि पाठक, वैष्णवी पाठक ,यशि तिवारी,हर्षिता गुप्ता, माही मद्धेशिया अंकिता यादव, खुशी सिंह सहित दर्जनों बालिकाओं  सहित 75 बालिकाओं को को प्रमाण पत्र दिया गया।