प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मां के निधन के बाद ट्विटर पर लिखा है, ”मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि કામ કરો બુદ્ધિથી, જીવન જીવો શુદ્ધિથી यानि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।”
Prime Minister Narendra Modi {प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी } की मां हीराबेन {Heeraben Modi} का 100 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने अहमदाबाद के यू एन मेहता हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक तड़के 3.30 बजे हीराबेन का निधन हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद पहुंचें।
आपको बता दें कि पीएम मोदी अपनी मां हीराबेन के बहुत करीब थे। इसी साल जून में जब हीराबेन शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रही थीं तब पीएम ने लंबा ब्लॉग लिखकर अपनी मां से जुड़ी तमाम यादें साझा की थी।
गुजरात के मुख्यमंत्री बनने पर शपथ ग्रहण में थीं साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्लॉग में बताया था कि उनकी मां हीराबेन सिर्फ दो बार उनके साथ किसी सार्वजनिक या सरकारी कार्यक्रम में नजर आई हैं। एक बार अहमदाबाद में हुए नागरिक सम्मान कार्यक्रम में और दूसरी बार जब वे पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे, तब शपथ ग्रहण समारोह में पहुंची थीं।
हीराबेन इसके बाद कभी न तो मोदी के साथ किसी कार्यक्रम में नजर आई और ना ही किसी शपथ ग्रहण समारोह में, चाहे मुख्यमंत्री का हो या प्रधानमंत्री का।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लॉग में एक और किस्सा साझा किया था। उन्होंने लिखा था कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो उनकी इच्छा थी कि अपने सभी शिक्षकों का सम्मान करें। उन्हें लगा कि उनकी माता से बड़ा गुरु कोई नहीं है। ऐसे में अपनी मां से भी सम्मान समारोह में आने का आग्रह किया, लेकिन हीराबेन ने साफ इंकार कर दिया और कहा कि मैं तो निमित्त मात्र हूं।
पीएम मोदी लिखते हैं कि उस कार्यक्रम में मेरे तमाम शिक्षक पहुंचे लेकिन मेरी मां नहीं आई थीं। अलबत्ता उन्होंने मुझसे जरूर पूछा कि क्या कार्यक्रम में जेठाभाई आए। बता दें जेठाभाई जोशी पीएम के पहले गुरु थे, जिन्होंने उन्हें अक्षर ज्ञान कराया था। वह अब इस दुनिया में नहीं हैं।