Home उत्तर प्रदेश पण्डित राम दयाल शर्मा के निर्देशन में नौटंकी कार्यशाला का आयोजन

पण्डित राम दयाल शर्मा के निर्देशन में नौटंकी कार्यशाला का आयोजन

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उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र,

प्रयागराज। कोई कनपुरिया और हाथरसी नौटंकी के इतिहास को जानने में उत्सुक दिखा तो कोई इसके बोल और ताल को समझता। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा 25 दिवसीय नौटंकी कार्यशाला शुक्रवार से आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर नौटंकी विशेषज्ञ केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित पद्म श्री पण्डित राम दयाल शर्मा ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने उत्तर भारत के लोक नाट्य नौटंकी शैली के बारे में विस्तार से समझाया।
30 प्रतिभागी हुए शामिल  – कार्यशाला का आयोजन केंद्र परिसर के मल्टी पर्पज में किया गया। इस अवसर पर नौटंकी शैली में नाटक अभ्यास किया गया। इसके अलावा अभिनय के अलग-अलग तकनीकी के जरिए प्रतिभागियों ने रंगमंच कला को मांझने का प्रयास किया। वर्कशाप में 30 प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहें है।
प्रशिक्षुओं ने सीखी नौटंकी की बारीकिया- कार्यशाला में भाग ले रहे प्रशिक्षुओं को नौटंकी की नाच शैली उसके मेकअप, वस्त्र सज्जा को सिखया जा रहा है साथ ही गीत, संगीत की विधा सहित अन्य जानकारी दी। लोग अपनी पुरानी संस्कृति सभ्यता, लोक कला, लोक कथा, लोक नृत्य पारंपरिक गीत, नाटक को भूलते जा रहे है। जिस सहेजने व संवर्धित करने का प्रयास किया जा रहा है। पण्डित राम दयाल शर्मा ने बताया कि नौटंकी को पहले स्वांग के नाम से जाना जाता था समय के साथ यह विधा बदल गई। पहले लोग नगाड़े की आवाज सुनकर दूर-दूर से लोग खींचे चले आते थे