दिनेश पाण्डेय(पत्रकार)✍️
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सिंगरौली:– एनसीएल की निगाही परियोजना डीजल कबाड़ को लेकर एक अर्से से सुर्खियों में बना हुआ है। एक ओर जहां एनसीएल के सीएमडी भोला सिंह एनसीएल में फैले तमाम भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहते हैं उत्पादन और निष्पादन के साथ साथ भ्रष्टाचार पर भी पूर्ण नियंत्रण करने को लेकर दिनरात लगे हुये हैं। लेकिन अधिकारी है कि उनके मंसूबों पर पानी फेरने में हरसंभव प्रयासरत हैं। फिलहाल हम बात कर रहे हैं एनसीएल के निगाही परियोजना की जहां सुरक्षा विभाग में तैनात अधिकारीय शायद वह अपने कर्तव्यों के प्रति अब सजग नही रहे। उनके घोर लापरवाही के चलते रोजाना परियोजना से लाखों करोड़ों की संपत्ति सीकेडी माफियाओं के हवाले हो रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण एनसीएल निगाही परियोजना का है जहां अभी बिगत दिवस 19 नवंबर को लाइट व्हीकल से वेसकीमती पार्ट्स कबड़ीयो के हवाले कर दिया गया। जिसकी कीमत लगभग सवा करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। सुविज्ञ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी विगत दिवस निगाही परियोजना के लाइट व्हीकल से कबाडियों ने 39 पीस वेसकीमती पार्ट्स उठा ले गए। जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ 35 लाख रुपये से भी ऊपर बताई जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि उक्त परियोजना से होने वाली करोड़ों रुपए की चोरी की जिम्मेदारी कौन लेगा तथा इसकी भरपाई कौन करेगा।क्या इसकी रिकवरी सुरक्षा में तैनात संबंधित एजेंसी से की जायेगी, एग्रीमेंट के अनुसार एनसीएल क्या सुरक्षा में लगी संबंधित ऐजेंसी को टर्मिनेट करेगा ? या फिर कोई अन्य विकल्प निकाला जायेगा! यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि सुरक्षा को लेकर इन दिनों जो निगाही परियोजना की स्थिति बनी हुई है वह जिम्मेदारो के लिए काफी चिंता का विषय है।