Home उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ के भदरी गांव की है सरजू एक्सप्रेस में बर्बरता की शिकार...

प्रतापगढ़ के भदरी गांव की है सरजू एक्सप्रेस में बर्बरता की शिकार हुई कांस्टेबल .

204
0

जानलेवा हमले में शामिल मुख्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया जबकि दो अन्य हुए घायल  .

प्रात:काल एक्सप्रेस.

प्रतापगढ़ ।  प्रयागराज से चलकर अयोध्या जाने वाली सरजू एक्सप्रेस में 30 अगस्त 2023  को बर्बरता का शिकार हुई महिला कांस्टेबल सुमित्रा पटेल प्रतापगढ़ के भदरी गांव की रहने वाली है। 22 सितंबर 2023 की    भोर में अयोध्या पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने महिला कांस्टेबल के साथ बर्बरता करने वाले आरोपियों में से मुख्य आरोपी अनीश खान को मुठभेड़ में मार गिराया है। उसके दो साथियों को गोली लगने से घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मुख्य आरोपी अनीश खान बाराबंकी जिले के हैदरगंज के दशलावन गांव का रहने वाला था। उसका दूसरा साथी आजाद भी इसी गांव का रहने वाला है। तीसरा आरोपी विशंभर दयाल सुल्तानपुर जिले का रहने वाला है।

जाने पूरा घटनाक्रम……

महिला कांस्टेबल सुमित्रा पटेल चार बहनों और दो भाइयों में दूसरे नंबर की है। वर्ष 1998 में स्पोर्ट कोटे से यूपी पुलिस में कांस्टेबल पद पर सुमित्रा की नियुक्ति की गई थी। 2023 में जनवरी महीने में सुमित्रा को प्रमोशन मिला और वह हेड कांस्टेबल बन गई। वर्तमान में सुमित्रा पटेल सुल्तानपुर जिले में तैनात है। विभाग ने उनकी ड्यूटी अयोध्या के सावन झूला मेले में लगाई थी। 30 अगस्त 2023 को सुमित्रा पटेल घर से ड्यूटी करने के लिए निकली।
शाम करीब 6:00 बजे वह फाफामऊ स्टेशन पहुंच गई। फाफामऊ स्टेशन से सरजू एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल डिब्बी की एक कोच में सवार होकर वह अयोध्या के लिए रवाना हुई। ट्रेन प्रतापगढ़ होते हुए सुल्तानपुर पहुंची। इसके बाद अयोध्या कैंट। अयोध्या कैंट में रात 11:15 पर ट्रेन 5 मिनट के लिए रुकी। कांस्टेबल सुमित्रा को यहीं से उतरकर हनुमानगढ़ जाना था लेकिन वह नहीं उतरी। ट्रेन 12:00 बजे रात अयोध्या जंक्शन पर पहुंची। यहां ट्रेन 2 मिनट के लिए रुकी।

वहां लगभग ट्रेन से सभी यात्री उतर गए मगर सुमित्रा नहीं उतरी। ट्रेन 12:50 पर अपने आखिरी स्टेशन मनकापुर पहुंच गई। यहां ट्रेन करीब 2 घंटे रुकी, गाड़ी का इंजन बदल गया। ट्रेन 3:05 बजे दोबारा मनकापुर से अयोध्या के लिए चली। जब ट्रेन अयोध्या रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो जीआरपी की सिपाही चढ़े। उन्होंने देखा कि एक सीट के नीचे सुमित्रा पटेल तड़प रही है। जीआरपी के सिपाहियों ने पहले वीडियो बनाया फिर तुरंत अफसरों को सूचना दी।
सुमित्रा के चेहरे पर चाकू के गंभीर चोट देखे गए। वर्दी पूरी तरह से खून से भीगी थी। इसके बाद जीआरपी की सिपाहियों ने ट्रेन से सुमित्रा को उतार कर पहले श्री राम अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज में शुरुआती इलाज किया गया फिर लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर के लिए रेफर किया गया। लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में सुमित्रा पटेल का अभी भी इलाज चल रहा है।

अयोध्या से मनकापुर के बीच की गई बर्बरता .

एसटीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बदमाश अनीश आजाद और विशंभर पेशेवर चोर है। सरजू एक्सप्रेस में चोरी करने के इरादे से ही यह लोग चढ़े हुए थे। अयोध्या स्टेशन आने से पहले ट्रेन की बोगी तकरीबन खाली हो चुकी थी। इस दौरान यह तीनों एक सीट पर बैठकर मोबाइल पर ब्लू फिल्म देख रहे थे। सामने की सीट पर महिला कांस्टेबल सुमित्रा पटेल बैठी हुई थी।
महिला कांस्टेबल बदमाशों के इरादों को भांपकर अपनी सीट बदल दी लेकिन बदमाश उसके पीछे दूसरी सीट पर भी आ गए। अयोध्या जंक्शन पर ट्रेन की बोगी पूरी तरह से खाली हो गई। उसके बाद बदमाशों ने सुमित्रा पटेल के साथ जोर जबरदस्ती करना शुरू कर दिया। कांस्टेबल ने विरोध किया तो उसके चेहरे पर धारदार हथियार से वार किया। सर को खिड़की से टकरा दिया फिर भी कांस्टेबल लड़ती रही।
नाकाम होने पर बदमाशों ने महिला कांस्टेबल को बुरी तरह से मारा पीटा। इसके बाद वह बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी। तब तक ट्रेन मनकापुर रेलवे स्टेशन के पास पहुंच गई थी। बदमाशों ने पकड़े जाने के भय से सुमित्रा पटेल को सीट के नीचे धकेल दिया और मनकापुर स्टेशन पर ही उतर गए और अपने मोबाइल को भी स्विच ऑफ कर लिया। इस घटना की जानकारी तब हुई जब ट्रेन वापस दोबारा अयोध्या जंक्शन पर पहुंची।

मोबाइल के स्विच ऑफ होने से  मिला क्लू  .

महिला सुमित्रा पटेल के साथ हुई बर्बरता के मामले में पुलिस ने शुरुआती दौर में लीपापोती करने की कोशिश की। इस मामले में तेजी तब आयी जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रकरण को स्वत: संज्ञान में लिया और आधी रात कोर्ट लगाकर वारदात की जांच एसटीएफ से करने का निर्देश दिया।

इसके बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की और आरोपियों को जानकारी देने पर एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। इस केस में पुलिस पर प्रेशर बढ़ रहा था और कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लग रहा था। पुलिस ने दो संदिग्ध तस्वीरें जारी की लेकिन जांच के दौरान उनका कोई इंवॉल्वमेंट घटनाक्रम से नहीं पाया गया।
इस दौरान एसटीएफ के सूत्रों को घटना की टाइमिंग के हिसाब से मनकापुर स्टेशन पर तीन मोबाइल नंबर एक साथ स्विच ऑफ होने की जानकारी मिली। इसकी जानकारी पर एसटीएफ ने छानबीन शुरू की और मोबाइल का पीछा करते हुए इन बदमाशों तक जा पहुंची।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नय्यर ने पत्रकारों को बताया कि 29-30 अगस्त की रात्रि सावन मेला के दौरान कुछ बदमाशों ने सरयू एक्सप्रेस में एक महिला हेड कांस्टेबल के साथ मारपीट कर उन्हे घायल कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने विभिन्न आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू की थी। 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस में एक महिला सिपाही घायल अवस्था मे मिली थी।
जांच में पता चला महिला द्वारा छेड़छाड़ का विरोध करने पर जानलेवा हमला किया गया था। आरोपियों की पहचान सीसीटीवी से हुई थी। सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर हमले में आरोपी की पुलिस और STF के साथ मुठभेड़ में हुई मृत्यु को लेकर SSP अयोध्या राजकरन नैय्यर ने कहा, एक महिला कास्टेबल को घायल करने की वारदात हुई थी। इनपुट के आधार पर पीड़िता को एक फोटो दिखाकर पहचान करवाई गई थी इसके आधार पर आज इनायत नगर थाना इलाके में छापेमारी कर गिरफ़्तारी के प्रयास किए जा रहे थे।इसी क्रम में अभियुक्तों और पुलिस के बीच में मुठभेड़ हुई। दो अभियुक्त घायल हुए थे उन्हें गिरफ़्तार किया गया, तीसरा अभियुक्त फरार हो गया था उसे फिर से पकड़ने की कोशिश की गई जिसमें वह पुलिस पर फायरिंग कर रहा था तभी जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी। उसे अस्पताल लाया गया, इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। मृतक अभियुक्त का नाम अनीश खान है, बाकी के दो अभियुक्त विशंभर दयाल और आज़ाद है जोकि इलाजरत हैं। पूरे ऑपरेशन में हमारा एक कांस्टेबल भी घायल हुआ है।