फसल की कटाई हो रही बाधित, खेतों में भरा पानी
श्रावस्ती:जनपद सहित जमुनहा तहसील क्षेत्र में तेज हवा के साथ हुई बारिश ने रबी फसलों को प्रभावित किया है। कई खेतों में गेहूं की फसल गिर गई। गेहूं इस समय पक कर तैयार हो गया है। सिर्फ कटाई करना बाकी है। लेकिन बारिश होने के कारण गेहूं की फसल खराब हो रही है। वहीं किसानों का कहना है कि जब फसलों को पानी चाहिए तो बारिश नहीं हुई। फसलों को बारिश की आवश्यकता नहीं होती है, तो बारिश होती है। इस समय किसान गेहूं की कटाई की तैयारी कर रहा है, बारिश होने के कारण कटाई बाधित हो गई है।
हरदत्त नगर गिरन्ट क्षेत्र के निवासी कृपाराम यादव, विजय कुमार और संतोष गुप्ता ने बताया कि गेहूं अबकी बार अच्छा था। अच्छी फसल होने के आसार थे। लेकिन जब इसी तरह बेमौसम बारिश होगी तो किसान दाने-दाने के मोहताज हो जाएंगे। गेहूं की पैदावार में गिरावट होगी। इंसान के साथ-साथ जानवरों के खाने के भी लाले पड़ जाएंगे। क्योंकि जानवर गेहूं से बने भूसे को खाते हैं। जब गेहूं ही नहीं अच्छा पैदा होगा, तो भूसा कहां से पैदा होगा। ऐसे में सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए, ताकि किसान दाने-दाने को मोहताज न हो।
जानकारों की माने तो लगातार तीसरे साल मार्च में रबी की फसलें पकने के बाद मौसम खराब हुआ है। पिछले दो साल भी यही स्थिति बनी थी। इस कारण उपज को काफी ज्यादा नुकसान हुआ था। कुछ इस बार भी वैसे ही आसार लग रहे है।क्योकि तीन दिनों से हुई झमाझम बारिश ने खेतो में खड़ी व कटी गेंहू की फसलों को काफी नुकसान पहुँचाया है।तहसील इकौना व भिनगा एवं जमुनहा क्षेत्र के अधिकतर खेतो में कटी हुई गेंहू की फसलों के बीच बरसात का पानी भरने लगा है तो वहीं ज्यादातर स्थानों पर खड़ी फसलों के चलते किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी है।
क्षेत्र में गुरुवार रात को मौसम में बदलाव शुरू हुआ। रात 12.30 बजे अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। एक घंटे तक बादल जमकर बरसे। इसके बाद बूंदाबांदी होती रही। शुक्रवार सुबह बादल छाए रहे। सुबह 9 बजे फिर हल्की बारिश शुरू हुई जो रुक-रुककर दोपहर 2 बजे तक चलती रही। दोपहर 2 बजे बाद धूप निकली, लेकिन यह कुछ देर के लिए ही थी। शाम के समय फिर कुछ देर हल्की बारिश हुई।फिर बदल छटे तो बारिश रुकी वहीं शनिवार को सुबह से ही बदल छाए रहे दोपहर बाद जमकर बारिश हुई।जिससे किसानो की अब परेशानी बढ़ने लगी यदि और बरसात हुई तो खड़ी फसले सब बर्बाद हों जाएंगी