वाराणसी।सारनाथ स्थित मुनारी मार्ग वेंडिंग जोन में 30 मार्च 23 को नगर निगम दस्ता द्वारा किए गए उत्पीड़न के विरोध में फेरी पटरी ठेला व्यवसायी समिति के बैनर तले शहर के मुख्य वेडरों ने जिलाधिकारी व पीएम के जनसंपर्क कार्यालय को ज्ञापन सौंप कर उचित कार्यवाही करने के मांग के साथ मृतक के परिवार को मुआवजा देने का मांग किया है।इस संदर्भ में समिति के सचिव अभिषेक निगम ने हमारे संवाददाता को बताया कि गत 30 मार्च23 को नगर निगम अतिक्रमण दस्ता द्वारा अतिक्रमण हटाए जाने के नाम पर वेंडिंग जोन में वैधानिक रूप से अपना ठेले पर कार्य कर रही श्रीमती शकुंतला देवी के साथ बर्बरता पूर्वक की गई जबरदस्ती के कारण सदमे से उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गया था। जिससे परिवार पर आकस्मिक वज्राघात हो गया।जिससे पटरी व्यवसायियों में अत्यंत रोष व्याप्त हो गया,तथा जनपद के सभी पटरी व्यवसायियों ने जी-20 के नाम पर रोज-रोज अवैधानिक तरीके से नगर निगम द्वारा वेंडिंग जोन को उजाड़ने का व्यापक विरोध करते हुए निर्णय लिया गया कि इस
घटना की जांच आईपीएस की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा जांच कर दोषियों को अविलंब दंडित किया जाए।मृतक परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से उचित मुआवजा दिया जाए।पूर्व से निर्धारित वेंडिंग जोनों को उजाड़ना बंद किया जाए।श्री निगम ने बताया कि समिति ने निर्णय लिया गया कि यदि 72 घंटे के अंदर ठोस कार्यवाही नहीं की गई तो जनपद के पटरी व्यवसायी आंदोलन को बाध्य होंगे।जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी नगर निगम व पुलिस प्रशासन की होगी।फेरी पटरी ठेला व्यवसायी समिति सचिव अभिषेक निगम के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल एडीएम सिटी गुलाब चंद्र व प्रधानमंत्री जनसंपर्क संसदीय कार्यालय में ज्ञापन के माध्यम से 3 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा है। वही ज्ञापन लेते हुए एडीएम सिटी ने कहा कि सभी प्रकरणों पर तत्काल प्रभाव से जिला प्रशासन कार्यवाही करेगा और दोषी व्यक्तियों पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।
वही जनसुनवाई के दौरान डॉ० नीलकंठ तिवारी ने तत्काल पुलिस आयुक्त वाराणसी को निर्देश दिया की न्यायसंगत जांच कर कार्यवाही करें।
ज्ञापन सौंपने में प्रमुख रूप से अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह,कार्यकारी अध्यक्ष हरिशंकर सिन्हा,व्यापारी नेता प्रमोद अग्रहरि,प्रकाश कुमार श्रीवास्तव,सुरेंद्र यादव,विकास यादव,गुलाब सोनकर,बंटी सोनकर आदि लोग मौजूद थे।