Home उत्तर प्रदेश 17 फीसदी लोग थायराइड से प्रभावित : डा राजीव सिंह

17 फीसदी लोग थायराइड से प्रभावित : डा राजीव सिंह

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महिलाओं को बांझपन, गर्भपात की समस्याएं बढ़ती है : डा सोनिया सिंह

विश्व थायराइड दिवस पर मरीजों की जांच कर दिया गया परामर्श

प्रयागराज। विश्व थायराइड दिवस है। थायराइड की बीमारी देश में तेजी से फैल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार देश की 4.2 करोड़ जनसंख्या थायराइड की बीमारी से पीड़ित है। प्रयागराज के जाने माने चिकित्सक डॉ राजीव सिंह ने बताया कि लगभग 11 फीसदी महिलाएं और 6 फ़ीसदी पुरुष थायराइड बीमारी से पीड़ित है।
डॉ राजीव सिंह ने बताया कि थायराइड की बीमारी भारत में तेजी से बढ़ रही है। देश का हर तीसरा मोटा व्यक्ति थायराइड की बीमारी से पीड़ित है। थायराइड की बीमारी दो प्रकार की होती है। एक बीमारी थायराइड हार्मोन की कमी से हाइपो थाइरॉयडिज्म होती है जिसमें व्यक्ति में तेजी से मोटापा बढ़ता है और वह सुस्त होने लगता है। वहीं थायराइड हार्मोन ज्यादा बनने पर हाइपर थाइरॉयडिज्म की बीमारी हो जाती है। इसमें दिल की धड़कन तेज होने लगती है। वजन कम होने लगता है‌। मरीज को भूख नहीं लगती है और चिड़चिड़ापन हो जाता है। कुछ केस में गले में गांठे बनने लगती है जिससे ग्वाइटर कहते हैं जबकि कुछ मामलों में कैंसर भी विकसित होने लगता है। डॉ राजीव सिंह ने बताया कि हमारे देश में प्रदूषण की वजह से थायराइड की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। शरीर में आयोडीन की कमी से यह समस्या बढ़ती है। लोगों की असंतुलित दिनचर्या भी इसके लिए जिम्मेदार है। लोगों में ज्यादा सोने की आदत और असंतुलित भोजन से भी थायराइड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। डॉ राजीव सिंह ने बताया कि थायराइड की बीमारी का पता लगते ही अगर इसकी जांच और दवाइयां शुरू कर दी जाएं तो यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है और व्यक्ति स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकता है। ‌
वहीं गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ सोनिया सिंह ने बताया कि थायराइड की बीमारी बहुत कॉमन हो गई है। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को थायराइड की बीमारी होने से कई तरह की समस्याएं आती हैं। इससे महिलाओं को बांझपन या फिर गर्भपात की भी समस्या हो सकती है। इसके साथ ही साथ डिलिवरी के बाद बच्चों में अपंगता भी हो सकती है। उनके मुताबिक विश्व थायराइड दिवस पर खास तौर पर महिलाओं को जागरूक किया जाता है। डा सोनिया सिंह ने बताया कि थायराइड की बीमारी से पीड़ित महिलाओं को नियमित रूप से दवाइयां लेनी चाहिए, ‌ताकि किसी जानलेवा स्थिति में न पहुंचे। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को सलाह दी है कि महिलाएं अपने लिए उचित खान-पान का ध्यान रखें। ‌ तनाव को कम रखें योगा और व्यायाम करके स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकती हैं।
विश्व थायराइड दिवस के मौके पर नारायण स्वरूप अस्पताल में आज थायराइड जागरूकता कैंप लगाया गया जिसमें कई मरीजों का नि:शुल्क थायराइड की जांच कराई गई। जांच में आई एक मरीज मधु सिंह ने बताया कि कैसे 6 साल पहले उसे थायराइड की समस्या शुरू हुई और उसका वजन अचानक 45 किलो से 85 किलो हो गया। मधु सिंह ने बताया कि समय रहते जांच कराने से थायराइड की बीमारी का पता चला। इसके बाद अब वह नियमित दवाइयां लेती हैं।
और अब धीरे-धीरे उनका वजन भी कम हो रहा है।