ETAWA NEWS: सैफई क्षेत्र के हैवरा गांव से गुजरने वाले प्रमुख नाले की सफाई में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। सिंचाई खंड इटावा के माध्यम से कराए जा रहे इस कार्य को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले की सफाई सिर्फ दिखावे तक सीमित रही। जहां सड़कें और पुल हैं, केवल वहीं पर सफाई कर दी गई है, ताकि बाहर से देखने पर यह प्रतीत हो कि संपूर्ण सफाई हो चुकी है। वहीं, नाले के अंदरूनी हिस्सों में झाड़ियां, कचरा और सिल्ट अभी भी पहले की तरह जमी हुई है, जिससे इस कार्य पर सवाल उठ रहे हैं। बताया गया कि यह नाला उझियानी गांव के पास हवाई पट्टी मार्ग से शुरू होकर हैवरा होते हुए छिमारा गांव के समीप सेंगर नदी में मिलता है। यह क्षेत्र की सिंचाई व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। बरसात के मौसम में इसकी समयबद्ध और समुचित सफाई आवश्यक थी, लेकिन ठेकेदार ने कार्य को अधूरा और मनमानी तरीके से कराया है। खेतों तक पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने और जलभराव की स्थिति से बचाव के लिए जिस गंभीरता की आवश्यकता थी, वह मौके पर दिखाई नहीं देती। ग्रामीणों का कहना है कि सिर्फ उन स्थानों पर सफाई की गई है, जहां से राहगीर गुजरते हैं या अधिकारियों की नजर पड़ सकती है। इससे वास्तविकता छुपाने की कोशिश की गई है। अंदरूनी हिस्सों की स्थिति बेहद चिंताजनक है। झाड़ियों और गंदगी के कारण पानी का बहाव बाधित हो रहा है। ऐसे में यदि तेज बारिश होती है तो जलनिकासी अवरुद्ध होगी और खेतों में पानी भरने से फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। स्थानीय किसानों ने आशंका जताई है कि सिंचाई व्यवस्था प्रभावित होने से खरीफ की फसलें बर्बाद हो सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कई बार विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्थिति यह है कि मौके पर नाले में बड़ी-बड़ी झाड़ियां आज भी खड़ी हैं, जिससे साफ हो जाता है कि कार्य में गुणवत्ता का अभाव है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बरसात से पूर्व सभी नालों की समय से सफाई कराने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं, बावजूद इसके न तो विभाग ने गंभीरता दिखाई और न ही कार्यदायी संस्था ने जिम्मेदारी निभाई। ग्रामीणों ने मांग की है कि सफाई कार्य की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी ठेकेदार व संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही दोहराई न जा सके। इस संबंध में सिंचाई विभाग के अवर अभियंता नरेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायतों का संज्ञान लेकर स्थल निरीक्षण कर कार्यवाही की जाएगी।