5000 प्राथमिक विद्यालयों के सरकार द्वारा बंद किए जाने के फैसले के विरोध में माकपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
BHADOHI NEWS: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ष्माक्र्सवादीश् के कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा 5 हजार प्राथमिक विद्यालयों के बंद किए जाने के विरुद्ध में गुरुवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। जहां पर उनके द्वारा मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपकर इस निर्णय पर रोक लगाए जाने की मांग की।
इस दौरान पार्टी के जिला सचिव भानसिंह मौर्य ने कहा कि सरकार विद्यालयों में छात्र संख्या कम होना बताकर उसको बंद करने जा रही है। किंतु ध्यान देने की बात यह है कि सरकारी स्कूल देश के गरीब, मजदूर, किसान और वंचित समाज के बच्चों को आगे बढ़ाने की पहली सीढ़ी है। इसके कारण वे शिक्षा से वंचित होंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता इंद्रदेव पाल ने कहा कि सरकार द्वारा ऐसा करना संविधान के अनुच्छेद 21 के का उल्लघंन है। ऐसे में छात्रों की कमी को आधार बनाकर पहले से स्थापित विद्यालयों को बंद न किया जाए। बंदी के आदेश को वापस लिया जाए। छात्रों के प्रवेश के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता समाप्त की जाए। उन्होंने कहा कि गरीबों के छोटे-छोटे बच्चे दूर पढ़ने नहीं जा सकतें हैं। विद्यालयों के बंद कर देने से शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा। शिक्षा महंगी हो जाएगी। गरीबों के बच्चे पढ़ नहीं पाएंगे। इस स्थिति को रोका जाए। शिक्षा के क्षेत्र में निजीकरण पर रोक लगाई जाए। शिक्षा की जिम्मेदारी सरकार स्वयं उठाए। इस मौके पर जगन्नाथ मौर्य, श्रीराम बिंद, ज्ञानप्रकाश प्रजापति, बेचूलाल बिंद, प्रेम बहादुर, रामलाल यादव व रमेश पाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।