देउम पूरब पूरे सुदामा में श्रीमदभागवत कथा का श्रवण कर भक्त हुए निहाल
PRATAPGARH: बाबा घुइसरनाथ के समीप देउम पूरब पूरे सुदामा में हो रही श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ में सोमवार को श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण के दिये गये उपदेशों को सुनकर भावविभोर हुए दिखे। कथाव्यास आचार्य देवव्रत जी महराज ने कहा कि सत्संग जीवन के सुधार का सबसे सुगम अवसर हुआ करता है। उन्होने कहा कि युवाओं को भविष्य सुदृढ़ बनाने के लिए सत्संग की ऊर्जा को आत्मसात करना चाहिए। आचार्य देवव्रत जी ने कहा कि भगवान ही कर्म साधना को स्वीकार कर प्रतिफल दिया करते हैं। उन्होने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने प्रभु की कृपा प्राप्त करने की दिशा का ज्ञान देते हुए श्रेष्ठ कर्म की प्रेरणा दी है। उन्होनंे कहा कि विपरीत परिस्थितियों और अभावग्रस्त स्थिति में भी जो भगवान की शरण को ग्रहण किये रहता है, उसके कल्याण का भी प्रभु पुर्नमार्ग तैयार कर दिया करते हैं। संगीतमयी श्रीमदभागवत कथा में द्वारिकाधीश की महिमा के भजन सुनकर भी भक्त निहाल हो उठे दिखे। कथा के संयोजक पं0 वीरेन्द्रमणि तिवारी ने व्यासपीठ का मंत्रोच्चारण के मध्य पूजन अर्चन किया। इस मौके पर शाश्वत पाण्डेय, मनोरमा तिवारी, लक्ष्मी नारायण पाण्डेय, देवेन्द्रमणि, दिनेश तिवारी आदि रहे।