AURAYA उपायुक्त जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र दुर्गेश कुमार ने अवगत कराया है कि शासनादेश द्वारा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना लागू की गयी है। इस योजनान्तर्गत जनपद के पारम्परिक कारीगर जैसे-बढई, दर्जी, नाई, लोहार, हलवाई, राज मिस्त्री, मोची एवं हस्तशिल्पियों के आजीविका के साधनों का सृदृढ़ीकरण करते हुए उनके जीवन स्तर को उन्नत किये जाने/माने का प्राविधान है। इस योजना के निम्न दो घटक है। इसके अन्तर्गत पारम्परिक कारीगरों को उद्यम के आधार पर कौशल वृद्धि के लिए 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरान्त लाभार्थियों का एससेमेन्ट कराकर आरपीएल सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। इसके अन्तर्गत सेवा/व्यवसाय के सफल संचालन हेतु आधुनिकतम् तकनीक पर आधारित उन्नत किस्म के टूलकिट का वितरण कौशल वृद्धि प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरान्त सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रदान किया जाता है। निदेशालय के द्वारा विश्वकर्मा श्रम सम्मानयोजनान्तर्गत प्रशिक्षण एवं टूलकिट हेतु जनपद औरैया को 775 का लक्ष्य आवंटित किया गया है। जिसमें जनपद के कुशल कारीगर विभिन्न ट्रेडवार जैसे-बढई, दर्जी, नाई, लोहार, हलवाई, राजमिस्त्री, मोची ट्रेडों में 10 दिवसीय प्रशिक्षण हेतु आवेदन विभागीय वेवसाइट डैडम्ण्हवअण्पद पर ऑनलाइन आवेदन-पत्र निःशुल्क कर सकते है। आवेदक/आवेदिका की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक हो एवं आवेदक/आवेदिका पारम्परिक बढई, दर्जी, नाई, लोहार, हलवाई, राजमिस्त्री, मोची के क्षेत्र में कार्य करता हो। चयनोपरान्त लाभार्थियों को 10 दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनान्तर्गत सभी लाभार्थियों का प्रशिक्षण ऑन जॉव ट्रेनिंग हेतु मास्टर क्राफ्टमैन द्वारा दिलाया जायेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम निःशुल्क एवं आवासीय होगा। 10 दिवसीय प्रशिक्षण स्थल जनपद मुख्यालय पर किया जायेगा। परम्परागत कारीगरों द्वारा प्रयोग किये जा रहे औजार पुरानी तकनीक पर आधारित है। व्यवसाय के सफल संचालन हेतु आधुनिकता पर आधारित उन्नत किस्म के टूलकिट का वितरण कौशल वृद्धि प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरान्त सभी सफल प्रशिक्षार्थियों को प्रदान किया जायेगा। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस में जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र, औरैया में जानकारी प्राप्त कर सकते है।