SIDHARTH NAGAR: जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. ने विकास और ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को अगस्त 2025 तक सभी परियोजनाओं को हर हाल में पूरा करने का सख्त निर्देश दिया है। सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी बलराम सिंह भी मौजूद रहे। डीएम ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर और आंगनबाड़ी भवनों के मरम्मत कार्य में तेजी लाने पर विशेष जोर दिया।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर व आंगनबाड़ी भवनों का होगा कायाकल्प
बैठक में जिलाधिकारी ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सर्वे की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि 19 मानकों के अनुसार मरम्मत कार्य जुलाई 2025 के अंत तक गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे कर लिए जाएं। सभी खंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) और नोडल अधिकारियों को क्षेत्र में लगातार निरीक्षण कर प्रगति रिपोर्ट देने को कहा गया।
आंगनबाड़ी भवनों के सर्वे की प्रगति भी जांची गई। डीएम ने जर्जर और मरम्मत योग्य आंगनबाड़ी केंद्रों की 08 मानकों के आधार पर मरम्मत कराने के निर्देश दिए। साथ ही, जिला कार्यक्रम अधिकारी को सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) के माध्यम से कार्य की प्रगति की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा।
स्वच्छता, सामुदायिक सुविधाएँ और शौचालय निर्माण पर फोकस
ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) मॉडल ग्रामों की समीक्षा करते हुए प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। जिन गांवों में अन्नपूर्णा भवन और आर.आर.सी. (ग्रामीण संसाधन केंद्र) सेंटर के लिए भूमि चिन्हित नहीं है, वहां उपजिलाधिकारी के माध्यम से भूमि चयन की कार्यवाही कराने के निर्देश दिए गए। सामुदायिक शौचालय और आर.आर.सी. सेंटर को क्रियाशील बनाने के साथ-साथ गांवों में सफाई कर्मचारी का नाम अंकित कराने का भी निर्देश दिया गया।
सभी बीडीओ को निर्देश दिया गया कि जिन व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण हो गया है, उनका पहला और दूसरा किश्त का भुगतान सुनिश्चित करें। राज्य वित्त आयोग और केंद्र वित्त आयोग की समीक्षा में नियमानुसार खर्च करने पर जोर दिया गया। सभी बीडीओ और एडीओ (पंचायत) को ओडीएफ मॉडल ग्रामों में सुबह-शाम सामुदायिक शौचालय, अंत्येष्टि स्थल, आर.आर.सी. सेंटर और मनरेगा के कार्यों का निरीक्षण करने तथा कूड़ा कलेक्शन हो रहा है या नहीं, इसकी निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
अन्य विकास कार्यों की भी हुई समीक्षा
ग्रामीण अंत्येष्टि स्थल विकास योजना के तहत वित्तीय और भौतिक प्रगति की भी समीक्षा की गई। पंचायत भवनों पर सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) और लाइब्रेरी का संचालन सुनिश्चित कराने और पंचायत भवनों को समय से खोलने का निर्देश दिया गया। ओपन जिम का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण और समय से पूरा कराने का भी निर्देश दिया गया। आवास प्लस सर्वे पूर्ण कराकर पात्र लोगों को आवास स्वीकृत करने का निर्देश दिया गया। क्षेत्र पंचायत निधि से कराए जाने वाले राजकीय विद्यालयों की टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कराने तथा राजकीय पशु चिकित्सालय के मरम्मत का टेंडर कार्य पूरा कराने का भी निर्देश दिया गया। स्टेडियम/पार्क का निर्माण कार्य पूरा कराकर उद्घाटन कराने का भी निर्देश दिया गया। इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आयुष अग्रवाल, पीडी नागेंद्र मोहन राम त्रिपाठी, डीसी मनरेगा संदीप सिंह, डीपीआरओ पवन कुमार, समस्त बीडीओ, समस्त एडीओ पंचायत और अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।