वाराणसी। सारनाथ थाना क्षेत्र पुलकोहना ईदगाह परिसर में आज शुक्रवार को लाखों बुनकरों ने देश में शांति,खुशहाल,तरक्की व भाईचारा के लिए अगहनी -जुमा का नमाज अदा की,बता दें कि अगहनी जुमा पर बुनकर बिरादरी तंजीमों ने मुर्री बंद का ऐलान भी किया था,जो आज शुक्रवार को बुनकर बिरादरी इलाकों में पावर लूम की खटर पटर एकदम शांत था। सभी लोगों का सिर्फ एक ही मकसद की आज खुदा की बारगाह में हाजिरी लगाना।जिसको लेकर आज दोपहर में लाखों लोग ईदगाह परिसर में इकट्ठा हुए।बुनकर तंजीम बाईसी, चौदवीं, बारवीं सभी से जुड़े लोग इस अगहनी जुमे की नमाज अदा करने उमड़ते हैं।मस्जिद परिसर में नमाज के बाद तंजीम बाईसी के सरदार मोईनुद्दीन अंसारी ने बताया कि यह बुनकर समाज की 450 साल से अधिक पुरानी परंपरा है। उस वक़्त जब देश में अकाल पड़ा और कारोबार ठप्प हो गए थे। लोग दाने-दाने को मोहताज हुए तो उस वक्त के लोगों ने इस ईदगाह में अगहनी जुमे की नमाज अदा की। अल्लाह की बारगाह में बारिश और मुल्क की तरक्की के लिए हाथ बढ़ाया तो उसने भी मायूस नहीं किया और जमकर बारिश हुई। तभी से यह परंपरा शुरू हुई और आज हम उसे निभाते आ रहे हैं।उन्होंने बताया कि आज के दिन हम लोग मुर्री (कारोबार) बंद रखते हैं। नमाज के बाद सभी तंजीमों के सरदार और सदस्य मिलकर जनपद के बुनकारी के कारोबार से जुड़े लोगों के साथ बैठकर कारोबार में हो रही दिक्कतों के बारे में चर्चा करते हैं और उसे कैसे हल किया जाए इसका सल्यूशन निकालते हैं। सभी सरदार अपनी-अपनी तंजीम का प्रतिनिधित्व करते हैं और समस्याओं को रखते हैं। इस बैठक की खास बात यह है कि इसमें मुल्क की तरक्की और खुशहाली के लिए दुआख्वानी के साथ ही साथ आगे की रणनीति भी बनाई जाती है। इस बैठक में जो फैसला होता है उसे सर्वसम्मति से माना जाता है।