12 जून को अहमदाबाद की सुबह कई परिवारों में कर गई हमेशा के लिए अंधेरा
कोई पति के साथ रहने के लिए लंदन जा रही थी तो कोई MBBS में एडमिशन के लिए
कोई बुज़ुर्ग बेटा-बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे तो कोई बिज़नेस पार्टनर से मिलने
GUJRAT/AHAMDABAD 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान के हादसे ने पूरी दुनिया को हिला दिया. इस विमान पर 230 यात्री और 12 क्रू मेम्बर्स समेत कुल 242 लोग सवार थे. AI 171 फ्लाइट पर रमेश कुमार विश्वास को छोड़ कोई और शख्स जीवित नहीं बच सका. मौत के मुंह में जाकर रमेश वापस आ गए. ऐसे ही गुजरात के भरूच की भूमि चौहान लंदन जाने के लिए एयरपोर्ट तो निकलीं लेकिन ट्रैफिक जाम के चलते वह एयरपोर्ट पहुंचने में लेट हो गईं और उन्हें बोर्डिंग नहीं करने दिया गया. भूमि अभी एयरपोर्ट से बाहर भी नहीं आई थीं कि उन्हें पता चला कि जिस प्लेन पर उन्हें सवार होना था वो टेक ऑफ करते ही क्रैश हो गया.
काश रमेश कुमार विश्वास और भूमि चौहान जैसी किस्मत ही प्लेन पर सवार 241 लोगों की भी होती जो अब इस दुनिया में नहीं है. आइए आपको 19 ऐसे परिवारों की कहानी बताते हैं जिनकी खुशियों को इस हादसे ने निगल लिया.
1- डॉक्टर दंपती और 3 बच्चों का परिवार
हादसे के वक्त विमान में बांसवाड़ा के डॉक्टर दंपती डॉ कोमी व्यास और डॉ प्रतीक जोशी और उनके तीन बच्चे प्रद्युत , मिराया और नकुल भी बैठे थे. उनकी विमान में खींची गई एक सेल्फी भी सामने आई है. डॉ कोमी ने एक महीने पहले ही उदयपुर के पैसिफिक अस्पताल में जॉब से रिजाइन किया था. वो पति के साथ रहने के लिए लंदन जा रही थी. इस पल के लिए वो पिछले छह साल से कागज़ात पूरे करने के लिए मशक्कत कर रहे थे. डॉ प्रतीक लंदन में ही रह रहे थे और डॉक्टर कोमी भी वहां नईं जॉब करने वाली थीं. इसीलिए प्रतीक और कोमी तीनों बच्चों के साथ लंदन जा रहे थे. लेकिन उन्हें क्या पता था कि पूरे परिवार के लिए ये फ्लाइट जानलेवा होने वाली है.
2- राजस्थान की खुशबू जा रही थी पति के पास
राजस्थान के बालोतरा की रहने वाली खुशबू कंवर अपने डॉक्टर पति से मिलने लंदन जा रही थीं. दोनों की शादी चार महीने पहले ही 18 जनवरी को हुई थी. खुशबू का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो एयरपोर्ट रवाना होने से पहले घर वालों से गले मिल कर विदाई ले रही हैं. घरवालों को क्या पता था कि ये खुशबू की आखिरी विदाई होगी.
3. उदयपुर के भाई बहन शुभ और शगुन
उदयपुर राजस्थान के मार्बल कारोबारी संजीव मोदी का बेटा शुभ और बेटी शगुन भी प्लेन में सवार थे. दोनों लंदन घूमने जा रहे थे. दोनों भाई बहन एमबीए करने के बाद बिजनेस में पिता का हाथ बंटा रहे थे. उदयपुर में सहेली नगर स्थित उनके घर पर शोक जताने के लिए रिश्तेदारों और करीबियों का तांता लग गया.
4. वैभव पटेल प्रैग्नेंट पत्नी जीनल के साथ लौट रहे थे लंदन
अहमदाबाद ज़िले के केलिया वासना गांव के रहने वाले वैभव पटेल पत्नी जीनल पटेल के साथ लंदन जा रहे थे. वैभव पिछले तीन साल से लंदन में ही रह रहे थे. वैभव और जीनल 30 मई को परिवार की एक शादी में शरीक होने के लिए अहमदाबाद आए थे. शादी की रस्में पूरी करने के बाद दोनों लंदन लौट रहे थे. जीनल पटेल सात महीने की प्रैग्नेंट थीं.
5. गांधीनगर के गौरव पत्नी कल्याणी के साथ लौट रहे थे लंदन
गुजरात के गांधीनगर में रहने वाले गौरव ब्रह्मभट्ट लंदन की एक फॉर्मास्यूटिकल कंपनी में काम करते हैं. गौरव पत्नी कल्याणी के साथ लंदन जा रहे थे. इनके दो बच्चे हैं- 16 साल की बेटी और 12 साल का बेटा जो अहमदाबाद में ही रह कर पढ़ाई कर रहे हैं. गौरव ब्रह्मभट्ट तीन बहनों के इकलौते भाई थे.
6-सगाई के बाद गुजरात आए थे हार्दिक देवराज और विभूति
गुजरात में गढ्डा तालुका के अडतला गांव के मूल निवासी 27 साल के हार्दिक देवराज भाई लंदन में अमेजन में जॉब करते हैं. पिछले दो साल से लंदन में ही थे. लंदन में ही रहने वाली विभूति से देवराज की एक महीने पहले ही सगाई हुई. दोनों आशीर्वाद लेने गांव आए हुए थे. 12 जून को दोनों लंदन लौट रहे थे.
7- पत्नी के अंतिम संस्कार की रस्में पूरी करने भारत आए थे अर्जुन
मूल रूप से सूरत के रहने वाले अर्जुन पटोलिया पत्नी भारती के साथ पिछले 16 साल से लंदन में रह रहे थे. उनकी दो बेटियां हैं. अर्जुन लंदन में एक की-चेन कंपनी में काम करते हैं. तीन सल पहले उनकी पत्नी भारती को सर्वाइकल कैंसर डिटेक्ट हुआ. इसी साल 23 मई को भारती का निधन हुआ. अंतिम संस्कार लंदन में हुआ. अर्जुन पत्नी के अंतिम संस्कार की रस्में पूरी करने अकेले भारत आए हुए थे.
8-नवविवाहिता पत्नी धापूबेन के साथ लंदन लौट रहे थे कमलेश भाई
गुजरात के बनासकांठा ज़िले के थाराव गांव के रहने वाले कमलेश भाई चौधरी नवविवाहिता पत्नी धापूबेन के साथ लंदन जा रहे थे. कमलेश का जॉब लंदन में ही था. कमलेश शादी के लिए पिछले पांच महीनों से गांव में ही थे.दोनों की शादी चार महीने पहले हुई. अब वो पत्नी के साथ नए सपनों की उड़ान के साथ लंदन लौट रहे थे.
9-लंदन से पत्नी और दो बच्चों को लेने जा रहे थे अभिनव परिहार
बीकानेर में श्रीडूंगरगढ़ के पूर्व विधायक रहे किशना राम नाई के नाती अभिनव परिहार लंदन में बिज़नेस करते थे. अभिनव ने पांच दिन पहले ही ट्रेडिंग के कारोबार के लिए अहमदाबाद में ऑफिस खोला था और यहीं शिफ्ट हो रहे थे. वो लंदन से पत्नी श्वेता और बेटे विहान को लेने जा रहे थे कि स्थाई रूप से भारत में रह सकें.
10- लंदन MBBS में एडमिशन लेने जा रही थी पायल
पायल खटीक बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देख रही थीं. लंदन के एक नामी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए पायल 12 जून को घर से रवाना हुई थीं. पायल का परिवार गुजरात के हिम्मतनगर में रहता है. ये परिवार उदयपुर ज़िले के गोगुंदा क्षेत्र से आकर यहां बसा था. पढ़ाई को लेकर काफ़ी उत्साहित पायल पहली बार विदेश दौरे पर निकली थीं.
11- लंदन बिजनेस पार्टनर से मिलने जा रहे थे जयेश भाई
गुजरात के सूरत के रहने वाले जयेश भाई दामजी भाई गोंडलिया अपने बिजनेस पार्टनर से मिलने अकेले लंदन जा रहे थे.26 साल के जयेशभाई का सीट नंबर 54 था. जयेश भाई का पोरबंदर आर्केड में स्टूडेंट वीज़ा का ऑफिस है. उनके परिवार में पत्नी सोनल, और दो बेटे धर्म और विवान हैं.
12-बिटिया फातिमा के साथ घरवालों से मिलकर लौट रही थीं सादिकाबेन सेठवाला
वड़ोदरा के वाडी इलाके के रहने वाले सेठवाला परिवार के दो सदस्यों की भी इस हादसे में जान गई. 26 साल की सादिकाबेन सेठवाला अपनी ढाई साल की बेटी फातिमा के साथ ब्रिटेन से वडोदरा आई थीं. उनके देवर की शादी थी. 12 जून की सुबह सादिकाबेन की सास, माता पिता और भाई उन्हें छोड़ने अहदाबाद गए थे. ये लोग जब अहमदाबाद से वडोदरा लौट रहे थे तभी इन्हें हादसे की ख़बर मिली
13- लंदन में जॉब करने वाले लॉरेन्स को एयरपोर्ट छोड़ने आई थीं मां
गुजरात के मणिनगर के रहने वाले लॉरेस डेनियल क्रिश्चियन भी इस हादसे में नहीं रहे. लॉरेंस का लंदन में ही जॉब था. .लॉरेन्स पिता के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे. लॉरेंस का दुघर्टनाग्रस्त विमान में सीट नंबर 37 था. 12 जून को लॉरेन्स को एयरपोर्ट छोड़ने उनकी मां साथ आई थीं.
14- एयर होस्टेस नगनथोई 15 जून को लंदन से लौटने का वादा करके गई थीं
फ्लाइट एआई 171 के क्रू मेम्बर्स में एयरहोस्टेस नगनथोई शर्मा कोंगब्राइलाटपम भी शामिल थीं. नगनथोई मणिपुर के अवांग लेइकेई की रहने वाली थीं. नगनथोई की मां को एक वीडियो में बदहवास हालत में बेटी का एलबम पलट पलट कर रोते देखा गया. नगनथोई की बहन गीतांजलि के मुताबिक नगनथोई का बचपन से ही एयरहोस्टेस बनने का सपना था. नगनथोई ने मैसेज कर कहा था कि वो लंदन जा रही है और 15 जून को लौटेगी.
15- पत्नी अर्पणा को लंदन घुमाने ले जा रहे थे नीरज लवानिया
वडोदरा स्थित एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करने वाले नीरज लवानिया पत्नी अर्पणा को लंदन घुमाने ले जा रहे थे. उनका दस दिन का टूर था. नीरज मूल रूप से आगरा में अकोला कस्बे के रहने वाले थे. शोकग्रस्त नीरज के बड़े भाई सतीश लवानिया ने बताया नीरज कई साल पहले वड़ोदरा शिफ्ट हो गए थे.
16. सुबह मां को गुड मॉर्निंग बोला था क्रू मेम्बर दीपक पाठक ने
महाराष्ट्र के ठाणे के रहने वाले दीपक पाठक विमान के क्रू मेम्बर्स में शामिल थे. हादसे से पहले दीपक ने अपनी मां को गुड मॉर्निंग कहा था. चार साल पहले ही दीपक की शादी हुई थी. दीपक की मां को विश्वास ही नहीं हो रहा कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा.
17- लंदन बेटी के पास 6 महीने रहने जा रही थीं अंजू शर्मा
गुजरात के बाबैन की अंजू शर्मा अपनी बड़ी बेटी निम्मी शर्मा से मिलने लंदन जा रही थीं. 55 साल की अंजू शर्मा लंदन में बेटी के साथ छह महीने रहने वाली थीं. अंजू शर्मा के भाई मिलन शर्मा एक्टर हैं. अंजू शर्मा के पति पवन शर्मा कारोबारी थे और उनका पांच साल पहले निधन हो गया था.
18- बड़े बेटे से मिलने लंदन जा रहे थे बुज़ुर्ग दंपती
महाराष्ट्र के सोलापुर के रहने वाले बुज़ुर्ग दंपती महादेव पवार और उनकी पत्नी आशा बेटे के पास लंदन जा रहे थे. 68 साल के महादेव और 60 साल की आशा के दो बेटे हैं. एक अहमदाबाद में और दूसरा लंदन में रहता है. दोनों लंदन में रहने वाले बेटे से कई साल से नहीं मिले थे, इसलिए इस यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित थे.
19- चाय की दुकान पर नाती को खोने का दु:ख
एयर इंडिया का विमान जिस मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरा. उसके बाहर एक महिला चाय की दुकान लगाती थीं. वहीं चारपाई पर इस महिला का बेटा भी सो रहा था. महिला की सास ने बताया कि उसके नाती की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बहू गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।
वाकई 12 जून 2025 की सुबह इन हंसते खेलते 19 परिवारों की ज़िंदगी में ऐसा अंधेरा कर गई जिसे वो कभी नहीं भुला सकते।
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