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मानिकपुर खंड में 75 किलोमीटर ट्रैक दोहरीकरण का कार्य संपन्न

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बरुआसागर – टेहरका खंड की शुरुआत एक बड़ी उपलब्धि, रेल यात्रा को निर्बाध और गतिशील बनाए रखने पर जोर: डीआरएम

JHANSI: झाँसी रेल मंडल में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की प्रक्रिया सतत रूप से जारी है। रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। मंडल के झांसी मानिकपुर खंड में कुल 292 किलोमीटर ट्रैक दोहरीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विभिन्न खंडों में ट्रैक दोहरीकरण का कार्य रेल कर्मियों द्वारा किया जा रहा है। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा बरुआसागर – टेहरका खंड के लगभग  22 किलोमीटर दोहरीकृत ट्रैक के के प्रयोग के की अनुमति प्रदान कर दी गई है। इस बढ़ोतरी के बाद झांसी – मानिकपुर खंड में कुल 75 किलोमीटर ट्रैक दोहरीकरण का कार्य संपन्न कर लिया गया है।
पूर्व में महोबा – बेलाताल खंड में 31 किलोमीटर तथा टेहरका – मऊरानीपुर खंड में 22 किलोमीटर रेलवे ट्रैक दोहरीकरण का कार्य संपन्न कर लिया गया है। इस खंड के दोहरीकरण से रेल परिचालन अधिक सुरक्षित, कुशल एवं आधुनिक बन जायेगा। इससे यात्री एवं मालगाड़ियों की निर्बाध और उच्च गति यात्रा सुनिश्चित हो सकेगी। झांसी मंडल के इस महत्वपूर्ण रेलवे खंड का विद्युतीकरण और दोहरीकरण, रेलवे की विकास की दिशा में बड़ी उपलब्धि है। भविष्य में यह रेल परिवहन को अधिक प्रभावी एवं गतिशील बनाएगा।
उल्लेखनीय है कि नव दोहरीकृत खंड पर रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा फिलहाल रेल परिचालन के लिए अधिकतम गति सीमा 95 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है। दिनांक 13 जून को नव दोहरीकृत ट्रैक पर गाड़ी संख्या 12190 का सफल परिचालन किया गया। इस खंड को ट्रेन ने 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफलतापूर्वक पार किया। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि झांसी मंडल के विभिन्न खंडों में ट्रैक दोहरीकरण और तीसरी लाइन कार्य तेजी से जारी है। हमारा प्रयास है कि रेल यात्रा को निर्बाध और गतिशील बनाए रखने की दिशा में काम किया जाए। बरुआसागर – टेहरका खंड की शुरुआत एक बड़ी उपलब्धि है।