भारत ने तो पाकिस्तान में घुसकर चीन के हथियारों की औकात दुनिया को दिखा दी थी।ऑपरेशन के दौरान भारत ने पाकिस्तानी हवाई बेड़े में शामिल एक अमेरिकी एफ-16 और चीन से लिए गए 3 जेएफ-17 तबाह हो गए। मात्र 23 मिनट की कार्रवाई में पाकिस्तान के पैर उखड़ गए। लेकिन इस बार म्यांमार की आर्मी ने भी चीन के लड़ाकू विमान को मार गिराने का दावा किया है। ये तो आपको पता ही है कि म्यांमार में इस वक्त गृह युद्ध चल रहा है। एक तरफ जुंटा सेना है तो दूसरी तरफ कई विद्रोही गुट है। इन विद्रोही गुटों ने म्यांमार के अलग अलग इलाकों पर कब्जा कर रखा है। इन्हीं में से एक विद्रोही गुट आराकान आर्मी है। आराकान आर्मी म्यांमार के रखाइन इलाके पर राज करती है। रखाइन इलाका बांग्लादेश से सीमा साझा करता है।
म्यांमार वायु सेना द्वारा संचालित चीनी-पाक मूल का जेएफ-17 विमान संघर्ष-ग्रस्त सागाइंग क्षेत्र में स्थित पेल टाउनशिप में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। म्यांमार के तख्तापलट विरोधी गुरिल्लाओं ने एक जुंटा जेट को मार गिराने का दावा किया गया है। सेना ने तुरंत उनके दावे का खंडन करते हुए कहा कि विमान दोपहर के समय मिन ताइंग पिन के केंद्रीय गांव के पास अभ्यास उड़ान के दौरान अचानक इंजन फेल होने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
2021 में सेना द्वारा लोकतांत्रिक सरकार को हटाए जाने के बाद से म्यांमार गृहयुद्ध की चपेट में है। फिर भी, विश्लेषकों का कहना है कि रूस और चीन द्वारा समर्थित इसकी वायु सेना ने इसे कम सुसज्जित विपक्षी समूहों के असंख्य को रोकने में मदद की है। सेना और उसके कुछ विरोधियों ने इस महीने युद्धविराम का वादा किया है क्योंकि देश मार्च में आए विनाशकारी 7.7 तीव्रता के भूकंप से उबर रहा है, जिसमें लगभग 3,800 लोग मारे गए थे। लेकिन म्यांमार के कम्युनिस्ट समूह की सशस्त्र शाखा पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने कहा कि उसके लड़ाकों ने भूकंप से सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक, मध्य सागाइंग क्षेत्र में चार दिनों तक चले भीषण संघर्ष के बाद विमान को मार गिराया।