पत्रकार प्रेस क्लब के दर्जनों पत्रकारों के साथ पीड़ित पत्रकार ने सीओ केराकत को दिया लिखित बयान
JAUNPUR NEWS: जलालपुर थाना क्षेत्र निवासी एंव पत्रकार प्रेस क्लब के जिला संयोजक विवेक सिंह ने थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए सीओ केराकत को लिखित बयान देकर कार्रवाई की मांग किया है। पीड़ित पत्रकार विवेक सिंह ने बताया है कि उन्होंने क्षेत्र में गांजे की अवैध बिक्री और थाने पर पीड़ितों की उपेक्षा से जुड़ी खबर प्रकाशित की थी, जिससे नाराज होकर जलालपुर थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह ने उन्हें गालियाँ दीं और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी तक दे डाली। पत्रकार ने आरोप लगाया है कि उन्होंने बीते 3 जून 2025 को पुलिस अधीक्षक समेत अन्य उच्चाधिकारियों को इस संबंध में पत्रक सौंप कर कार्रवाई की मांग किया था परंतु थाना अध्यक्ष त्रिवेदी सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। हां इतना जरूर हुआ कि कार्यवाही की बजाय पीड़ित पत्रकार की थानाध्यक्ष ने अपने दलालों के माध्यम से उनका और प्रताड़ना करवाना शुरू कर दिया है। पीड़ित पत्रकार विवेक सिंह का कहना है कि थानाध्यक्ष ने एक साजिश के तहत उनके पट्टीदार अमरजीत सिंह और अपने मित्र वाराणसी निवासी नितिन राय को अपने प्रभाव में लेकर गलत बयानों के सहारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बदनाम करने की कोशिश की। साथ ही, थाना अध्यक्ष त्रिवेणी सिंह के एक अन्य मित्र के माध्यम से उन्हें फोन करवा कर यह धमकी दी गई की आपके खिलाफ थाना अध्यक्ष त्रिवेणी सिंह मुकदमा दर्ज करने वाले हैं जमानत भी नहीं होगी। पत्रकार ने यह भी आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह लगातार उच्चाधिकारियों को मेरे विरुद्ध न्यायालय से बेदखली का आदेश होने की झूठी बात व अन्य भ्रामक जानकारी देकर अधिकारियों को गुमराह करने के साथ मामले को दबाने और उलझने का प्रयास कर रहे हैं। पत्रकारों ने मांग किया है कि खबर प्रकाशित करने पर पत्रकार को धमकी देने, अपमानजनक व्यवहार करने और उच्चाधिकारियों को गुमराह करने जैसे कृत्यों के लिए थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। पत्रकारों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जौनपुर जिले में त्रिवेणी सिंह एक ऐसे दरोगा है जो दर्जनों गंभीर आरोपों से घिरे हैं,इसके बावजूद भी उन्हें मलाईदार थाने का चार्ज दिया जाता है। बड़ी बात तो यह है कि यह किसी भी फरियादियों के साथ किसी हद तक जाकर उसे अपमानित कर देते हैं, शिकायत के बावजूद भी कार्यवाही के नाम पर पुलिस के बड़े अधिकारी भी त्रिवेणी सिंह से डरते हैं।