मंदिर परिसर की सफाई के बाद हुआ पूजन, कपाट खुले
उन्नति, समृद्धि का है शुभ संकेतरू स्वामी शांडिल्य महराज
PRAYAGRAJ NEWS: मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती अपने प्रिय पुत्र संगम तट पर स्थित बड़े हनुमान जी को स्नान कराने के बाद आज वापस लौट गयी। इसके बाद मंदिर परिसर की सफाई हुई। मंदिर के महंत बलबीर गिरी महराज ने बड़े हनुमान जी का विधि विधान से पूजन हुआ। इस दौरान ढोल, नगाडे, घंटा,शंख की ध्वनि मंदिर परिसर में गूंजती रही। इस दौरान बड़ी संख्या में एकत्र श्रद्धालुओं ने बड़े हनुमान जी का दर्शन, पूजन कर आशीर्वाद लिया। कहावत है कि मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के वरद पुत्र हनुमान जी महराज है जो संगम तट पर विश्राम कर रहे हैं। यह तीनों पवित्र नदियां प्रत्येक वर्ष सावन मास में बड़े हनुमान जी को जाकर स्नान करती है और फिर वापस लौट जाती है। यह शहर और जिले के लिए शुभ माना जाता है क्योंकि बड़े हनुमान जी महराज को शहर का कोतवाल भी कहा जाता है जो सभी की सुरक्षा, सौभाग्य और उन्नति के आधार स्तम्भ है। श्रृंगवेरपुर धाम के पीठाधीश्वर जगद्गुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य जी महाराज का कहना है कि बड़े हनुमान जी महराज शहर के कोतवाल है यह लोगों की सुरक्षा और उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं इनके गंगा, यमुना स्नान से सुख, समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि बड़े हनुमान जी महराज की कृपा सभी लोगों पर बनी रहे और सभी का कल्याण हो।