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बड़ी फसल में ड्रोन से दवाई स्प्रे करना होता है अधिक कारगर:उप गन्ना आयुक्त

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SAHARANPUR: उप गन्ना आयुक्त सहारनपुर ओ .पी.सिंह ने किसानो से वार्ता करते हुए उन्हें ड्रोन से दवाई ओर उर्वरक से स्प्रे के लाभ के बारे में जागरूक किया उन्होंने कहा कि अभी गन्ने की पेड़ी फसल ने काफी बढ़वार ले ली है तो उसमें यदि साधारण स्प्रे मशीन से दवाई आदि डालने में किसानो को परेशानी हो तो किसान ड्रोन से स्प्रे करा कर काम चला सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अधिक जानकारी के लिए किसान अपनी गन्ना समिति अथवा अपनी चीनी मिल से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।उप गन्ना आयुक्त ने पोटाश के भी गन्ने की फसल में लाभ के बारे में विस्तार से बताया उन्होंने कहा कि अभी जो फसल का समय है उसमें गन्ने की लाइनों पर मिट्टी चढ़ाई जा रही है। गन्ने में मिट्टी चढ़ाई के समय पोटाश लगाना उत्तम रहेगा। उन्होंने कहा कि पोटाश से गन्ना स्वस्थ रहता है और उसका वजन भी बढ़ता है। उप गन्ना आयुक्त ने ग्राम सब्दलपुर  में चल रहे गन्ने के  सर्वे ओर किसान धर्मपाल सिंह के खेत पर उन्नत शील गन्ना प्रजाति को.शा. 13235 की फसल का निरीक्षण किया ओर वहां पर उपस्थित अन्य किसानो से वार्ता कर उनके अनुभव साझा किए। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह रोग रोधी ओर नई तथा उन्नतिशील प्रजातियों की ही बुवाई करें साथ ही साथ गन्ने की बुवाई ट्रेंच विधि से करें और गन्ने के साथ कोई ना कोई सहफसली अवश्य करें। कम लागत में अधिक पैदावार लेने के लिए अपनी फसल का लगातार निरीक्षण करते रहे ओर कोई भी बीमारी अथवा कीट आदि दिखाई देने पर अपने क्षेत्र के गन्ना सुपरवाइजर या अपनी चीनी मिल के फील्ड स्टाफ से जानकारी कर दवाई आदि का प्रयोग करें। खेत में अनावश्यक रूप से कीटनाशक दवाओ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उप गन्ना आयुक्त ने किसानो को कहा की गन्ने में लगने वाले कण्डुआ रोग (स्मट) से भी फसल को जरूर बचाएं इसकी,पहचान के लक्षण की जानकारी में यह है कि यह एक फफूँद जनित रोग है ओर गन्ने की अगोले के उपरी भाग से काला कोड़ा निकलता है जो कि सफेद पतली झिल्ली द्वारा ढका होता है। इसके बचाव के लिए प्रबन्धन के उपाय में मुख्यता तो बुवाई के समय ही गन्ना के टुकड़ों को प्रोपिकोनाजोल 25 ई. सी. या कार्बेन्डाजिम 50 WP के 0.1 प्रतिशत घोल में  उपचारित करें। ओर यदि पौधा रोग से ग्रसित हो जाता है तो फिर ग्रसित पौधों में बन रहे काले कोड़ों को बोरों से ढककर सावधानी पूर्वक खेत से निकालकर दूर नष्ट कर दें ओर
प्रोपिकोनाजोल 25 ई.सी. के 0.1 प्रतिशत घोल का 15 दिनों के अन्तराल पर दो बार छिडकाव करें। मौके पर उपस्थित चीनी मिल शेरमऊ के महा प्रबंधक गन्ना को निर्देश देते हुए उप गन्ना आयुक्त ने कहा कि वर्तमान में समय बहुत गर्मी का है इसलिए गन्ना सर्वे कार्य में लगे हुए सभी सर्वेयरों को गर्मी से बचाव के लिए पानी की अतिरिक्त बॉटल ओर गमछा, टोपी आदि अवश्य उपलब्ध कराई जाना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के समय विभागीय और चीनी मिल के अन्य अधिकारी तथा फील्ड स्टाफ भी उपस्थित रहे।