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प्रयागराज की इल्मी अदबी सक़ाफती व तामीरी मरकज़ रहे पचास लोगों की ख़िदमात पर सेमिनार में किया गया सम्मानित

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PRAYAGRAJ रानी मण्डी स्थित इमामबाड़ा मिर्ज़ा नक़ी बेग में इल्मी अदबी सक़ाफती व तामीरी मरकज़ रहे लगभग पचास लोगों की खिदमते खल्क के लिए मोमनीन इलाहाबाद की ओर से आयोजित सेमिनार में शॉल ओढ़ाकर व मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया। मौलाना व इमाम ए जुमा सैय्यद हसन रज़ा ज़ैदी की अध्यक्षता व ज़ाकिर ए अहलेबैत रज़ा अब्बास ज़ैदी के संचालन में हुए कार्यक्रम में आयतुल्लाह अमजद हुसैन साहब क़िब्ला, आयतुल्लाह मुल्ला क़ासिम साहब, मौलाना अब्बास अहमद साहब क़िब्ला और मौलाना तालिब अब्बास साहब जाएसी जो अल्लामा ज़ीशान हैदर जवादी साहब के पहले इलाहाबाद की इल्मी,अदबी, सक़ाफ़ती, तामीरी मरकज़ रहे। मौलाना अब्बास अहमद साहब और तालिब अब्बास साहब जाएसी दोनों हकीम भी थे जटिल से जटिल रोगों का इलाज भी किया करते थे। मौलाना अब्बास अहमद साहब जो क़ाज़ी जी के मस्जिद के पेश इमाम, इमामे जुमा तथा मस्जिदे नूर के भी इमामे जमाअत रहे मौलाना अब्बास अहमद साहब के मशहूर शागिर्दों में मौलाना नय्यर साहब के वालिद मौलाना मज़ाहिर हुसैन साहब, मौलाना अबुल क़ासिम साहब के वालिद मौलाना हामिद हुसैन साहब, बाक़िर जौरासी साहब वगैरह थे।वहीं मदरसा जामिया इमामिया अनवारूल उलूम के संस्थापक प्रख्यात विद्वान अल्लामा ज़ीशान हैदर जवादी साहब क़िब्ला को तथा मदरसा जामिया इमामिया अनवारूल उलूम को अपनी ज़मीन दान देने वाले अब्बास हुसैनी साहब को भी याद किया गया।
मौलाना ज़ायर हुसैन साहब जो 60 साल तक इलाहाबाद की अज़ादारी का केंद्र बिंदु रहे, उनका प्रशस्ति पत्र उनके बेटे मशहूर सोजख़ान क़ाज़िम अब्बास साहब को दिया गया। इनके साथ अन्य खिदमत गुज़ार लोगों को मरणोपरांत उनके सम्बन्धियो को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में मौलाना सैय्यद हसन रज़ा ज़ैदी, जव्वादुल हैदर रिज़वी, मौलाना सरमदी रिज़वी, मौलाना नय्यर, मौलाना आमिरुर रिज़वी, आज़म मेरठी, गौहर काज़मी, रज़ा अब्बास ज़ैदी सहित बड़ी संख्या में अक़ीदतमंद मौजूद रहे।

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की यौमे विलादत पर सजी महफिल व दस्तरख्वान

PRAYAGRAJ इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की यौमे विलादत पर करैली स्थित मस्जिद ए खदीजा में महफ़िल व विशाल दस्तरख्वान का आयोजन किया गया। मौलाना सैय्यद राज़ी हैदर साहब कि क़यादत में जहां शायरों ने इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की शान में अशआर सुना कर वाह वाही बटोरी वहीं बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं व पुरुषों ने रौज़ा ए इमाम रज़ा पर हाज़िरी लगा कर जहां जियारत की वहीं नज़रो नियाज़ दिलाकर एक दूसरे को मुबारकबाद भी दी। मस्जिद बीबी खदीजा व रौज़ा इमाम ए रज़ा कमेटी की ओर से पूरे प्रांगण को आकर्षक ढंग से रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया था और सभी के खास प्रकार की दस्तरख्वान सजा कर खाना खिलाया गया।