प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और पुष्टाहार वितरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, आँकड़ा मिलान के भी आदेश
SIDHARTHNAGAR NEWS: जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. ने शुक्रवार को जिला स्तरीय पोषण समिति/जिला कन्वर्जेंस समिति की बैठक में पोषण सुधार कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की और कई सख्त निर्देश जारी किए। मुख्य विकास अधिकारी बलराम सिंह की उपस्थिति में हुई इस बैठक में जिलाधिकारी ने पिछली बैठक की अनुपालन आख्या की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जवाबदेह बनाया। जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के शत-प्रतिशत पंजीकरण और प्रोत्साहन राशि का भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास विभाग के आँकड़े में एकरूपता लाने पर ज़ोर दिया और 15 दिनों के भीतर पंजीकरण व भुगतान का अद्यतन आँकड़ा उपलब्ध कराने को कहा। डॉ. गणपति आर. ने पुष्टाहार प्राप्त करने वाले लाभार्थियों का शत-प्रतिशत चेहरा सत्यापन/ई-केवाईसी पूरा करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। बैठक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्य प्रदर्शन पर भी बात हुई।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने कार्य में रुचि नहीं ले रही हैं, उनके ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर 3 दिनों में कार्य में प्रगति नहीं हुई, तो संबंधित सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) की जवाबदेही तय की जाएगी। इसके अलावा, टीएचआर (टेक होम राशन) प्लांट द्वारा प्रतिदिन उत्पादन सुनिश्चित करने और उसके निरीक्षण के भी निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने वीएचएनडी (ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस) दिवस पर दो अलग-अलग रजिस्टर पूर्ण करने का निर्देश दिया, जिनमें गर्भवती महिलाओं और सैम-मैम बच्चों (अति गंभीर कुपोषित बच्चों और सामान्य कुपोषित बच्चों) का विवरण दर्ज हो। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) और आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) के रजिस्टरों का मिलान करने और कार्ड पर आरसीएच (प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य) नंबर लिखने को अनिवार्य किया, क्योंकि इसके बिना जननी सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिलेगा। वीएचएनडी दिवस पर पोषाहार और खाद्यान्न का वितरण भी सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में आँकड़ा प्रविष्टि को शत-प्रतिशत पूरा करने पर ज़ोर दिया गया। जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों को चिन्हित कर समय पर पोषाहार उपलब्ध कराने और बच्चों में पुष्टाहार वितरण में लापरवाही पाए जाने पर कार्यवाही की चेतावनी दी। उन्होंने समस्त सीडीपीओ/सुपरवाइजर को वीएचएनडी के माध्यम से सैम बच्चों, मैम बच्चों और गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एक महत्वपूर्ण निर्देश में, जिलाधिकारी ने बुधवार और शनिवार को होने वाले वीएचएनडी दिवस पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री व मुख्य सेविका के अवकाश पर अपरिहार्य स्थिति के अलावा रोक लगा दी। गृह भ्रमण पोषण ट्रैकर की प्रगति की भी समीक्षा की गई, और समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों को अपने केंद्रों पर बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। बैठक में डीसी मनरेगा संदीप सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शैलेश कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज शुक्ला, समस्त सीडीपीओ, सुपरवाइजर सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।