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दुकान से 50 लाख रुपये लेकर भागने वाला 20 हजार का ईनामिया युवक गिरफ्तार, 5 लाख रूपया बरामद

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वाराणसी।सिगरा थाना पुलिस द्वारा धारा 408 व बढोत्तरी धारा 420, 411से सम्बन्धित हर्ष कुमार सोनी पुत्र स्व0 संजय सोनी निवासी ग्राम सुल्तानपुर थाना खगौल,दानापुर जिला पटना बिहार व हाल पता निराला नगर शिवपुरवा थाना सिगरा उम्र 23 वर्ष को अमूल डेयरी से रेलवे क्रासिंग की तरफ जाने वाले मार्ग से आज शनिवार को सुबह साढ़े दस बजे गिरफ्तार करते हुए उसके पास से पांच लाख रुपए नगद बरामद किया गया।पुलिस उपायुक्त काशी जोन रामसेवक गौतम के द्वारा आज शनिवार को घटना के संदर्भ में बताया बताया कि वादी की लिखित तहरीर के आधार पर मुकदमा उपरोक्त 20 अक्टूबर23 को थाना स्थानीय पर पंजीकृत किया गया।वादी नरसिंग अग्रवाल की ज्वैलरी की दुकान मेसर्स ज्वैलरी पैलेस मलदहिया पर स्थित है जिनका स्टाफ हर्ष कुमार सोनी एवं दीपक झा नामक कर्मचारी घर से बैक में पैसा जमा करने गये लेकिन एक घंटा तक जब वापस नहीं आए तो वादी द्वारा दोनों के मोबाईल पर फोन किया तो दोनों का मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था तो वादी घबरा कर घर चले गए जहां एक व्यक्ति उनके घर पर मिला उसने बताया दोनों आए थे और स्कूटी की चाबी और दोनों अपना मोबाईल मुझे दिए और कही चले गये और वादी द्वारा बैंक में जमा करने के लिये दिये गये 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गये, जिसके सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर अभियोग दर्ज है।अभियुक्त से पुछताछ पर हर्ष कुमार सोनी पुत्र स्व0 संजय सोनी निवासी उपरोक्त उम्र 23 वर्ष पूछने पर बता रहा है कि मेरे साथी दीपक झा के पास शेष पैसे थे।घटना के दिन हम लोग बनारस से इलाहाबाद गये इलाहाबाद से पटना होते हुए मधुबनी गये तथा वहाँ से नेपाल चले गये थे कुछ दिन नेपाल में रुके उसके बाद हम लोग वहाँ से गुरूदासपुर पंजाब चले गये थे तथा मैं गुरूदासपुर मे दीपक झा को छोड़कर अमृतसर चला गया।मैने दीपक झा को मुगलसराय के पास किसी होटल मे रूकने के लिये बताया था किन्तु मै सुना कि मेरा साथी दीपक झा पुलिस द्वारा पकड लिया गया है, जिसके पास से पुलिस ने 42 लाख रूपया बरामद कर लिया है तब मैं अमृतसर से दिल्ली होते हुए बनारस आया तथा अपने घर पैदल ही जा रहा था।शेष पैसों के बारे में पूछने पर बताया कि कुछ पैसा हम लोगों द्वारा घूमने टहलने तथा खाने पीने में खर्च हो गया । पैसा लेकर भागने का कारण पूछा गया तो बताया कि हम लोगों का वेतन कम था तथा खर्च अधिक था इसलिए भारी मात्रा में पैसा देखकर नीयत बदल गयी एवं हम लोग सोचे की ये पैसा दो नंबर का है सेठ जी कही शिकायत नही करेंगे, इसीलिए मैं तथा मेरा साथी दीपक झा योजना बनाकर दुकान मालिक के द्वारा बैंक में जमा करने हेतु दिए गए पैसों को बैंक में जमा न करके लेकर भाग गए तथा दोनों लोग अपना – अपना पुराना मोबाइल दीपक के कमरे पर छोड़कर सिम निकाल कर तोड़ दिए थे।