सैफई में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, गांव में पसरा मातम
ETAWA: जनपद में यूपी-112 सेवा के अंतर्गत ड्यूटी कर रहे एक पुलिसकर्मी की बुधवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। करीब 45 दिन पहले ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पहले एटा जिला अस्पताल, फिर आगरा के निजी अस्पताल और अंततः उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। लंबा इलाज चलने के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। बुधवार दोपहर उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जानकारी के अनुसार, किशनलाल 38 बर्षीय पुत्र स्व. रामअवतार निवासी ग्राम नगला हरनाथ, थाना सैफई, वर्तमान में एटा जनपद में यूपी 112 पुलिस सेवा में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात थे। 26 अप्रैल 2025 को ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें तत्काल एटा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद स्वजनों ने उन्हें आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। स्वास्थ्य में सुधार न होने पर 6 जून को सैफई स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार सुबह करीब आठ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका शव गांव लाया गया, जहां दोपहर के बाद अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके बड़े भाई ओमपाल ने दी। अंतिम संस्कार से पहले क्षेत्राधिकारी सैफई रामगोपाल शर्मा व थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार शर्मा की मौजूदगी में पुलिसकर्मियों ने उन्हें सलामी दी। इस दौरान हेड कांस्टेबल महेंद्र सिंह यादव समेत कई विभागीय साथी मौजूद रहे। मृतक पुलिसकर्मी के परिवार में पत्नी सुनीता देवी व एक बेटा आर्यन है। किशनलाल दो भाइयों में छोटे थे। उनके पिता स्व. रामअवतार भी पुलिस विभाग में कार्यरत थे, जिनका कुछ समय पहले निधन हो गया था। परिवार की दो पीढ़ियों से पुलिस सेवा में रही इस शख्सियत की अचानक मृत्यु से न केवल परिजन बल्कि पूरा गांव गमगीन है। गांव के लोगों ने बताया कि किशनलाल व्यवहार में बेहद विनम्र, जिम्मेदार और सामाजिक स्वभाव के थे। वे जब भी गांव आते थे, तो सभी लोगों से आत्मीयता से मिलते थे। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीणों के अलावा पुलिस विभाग के अधिकारी व साथी कर्मचारी मौजूद रहे।