SIDHARTH NAGAR NEWS: जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. की अध्यक्षता और मुख्य विकास अधिकारी बलराम सिंह की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने और लाभार्थियों को समय पर सुविधाएं सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए, जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. ने समस्त एमओआईसी (प्रभारी चिकित्सा अधिकारी) को एनबीएसयू (न्यू बॉर्न स्टेबिलाइजेशन यूनिट) को पूरी तरह क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया, जिसमें सभी आवश्यक उपकरण और 14 दिनों की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सुनिश्चित करने को कहा गया। उन्होंने एफबीएनसी (फैसिलिटी बेस्ड न्यूबॉर्न केयर) पोर्ट पर भर्ती बच्चों के सही डाटा फीडिंग और शिशु मृत्यु एवं मातृ मृत्यु दर की समीक्षा के दौरान डेथ ऑडिट की सही रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिनकी प्रगति कम पाई गई, उनका ऑडिट रिपोर्ट पूर्ण होने तक वेतन आहरित न करने के निर्देश दिए गए। गलत रिपोर्टिंग पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए, 27 जून तक 30 प्रतिशत रिपोर्ट पूरी करने का लक्ष्य रखा गया। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि काम न करने वाली आशा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए और जुलाई 2025 से बीएचएनडी (ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस) बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में आयोजित किया जाए। अच्छा कार्य करने वाली आशाओं को सम्मानित करने के लिए भी कहा गया।
जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज का हर 15 दिन पर निरीक्षण करने और सर्जरी, गायनक, एनबीएसयू, वार रूम, मातृ शिशु मृत्यु रिपोर्ट, एनआरसी व अन्य विभागों की प्रगति का प्रजेंटेशन प्राचार्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की उपस्थिति में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने एमओआईसी का भी प्रजेंटेशन प्रस्तुत करने को कहा। जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए, इटवा, शोहरतगढ़ और डुमरियागंज में कम प्रगति पाए जाने पर संबंधित बीएम (ब्लॉक मैनेजर) का 15 दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया। आरसीएच (रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ) पोर्टल पर सही डाटा फीडिंग सुनिश्चित करने और गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। आयुष्मान कार्ड की समीक्षा के दौरान 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए अभियान चलाकर कार्ड बनवाने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त, एएनसी, एचआरपी, आभा आईडी, टीकाकरण अभियान आदि की भी समीक्षा की गई। काम न करने वाले डॉक्टर/सीएचओ/आशा/एएनएम को नोटिस जारी करने और लाभार्थियों को देय धनराशि का भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने अनटाइड फंड, परिवार नियोजन, टीकाकरण अभियान, पीसीपीएनडीटी, रोगी कल्याण समिति, हेल्थ वेलनेस सेंटर आदि की भी समीक्षा की और ई-संजीवनी के माध्यम से अधिक से अधिक मरीजों को टेलीमेडिसिन सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि समय पर देने और किसी भी मरीज को परेशान न करने या बाहर की दवा न लिखने की हिदायत दी। इस बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रजत कुमार चौरसिया, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. राजेश मोहन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ए.के. झा, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एम.एम. त्रिपाठी, डैम राजेश मिश्रा, डीसीपीएम, समस्त सीएचसी/पीएचसी के एमओआईसी, बीपीएम, बीसीपीएम आदि उपस्थित थे।