Home उत्तर प्रदेश चीन आयातित लहसुन, तस्करी से भारतीय किसानों को नुकसान: विनय सिंह

चीन आयातित लहसुन, तस्करी से भारतीय किसानों को नुकसान: विनय सिंह

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ब्यूरो चीफ अब्दुल कादिर खान
बहराइच ब्यूरो। भारत जोडो यात्रा के क्रम में आज कांग्रेस पार्टी के नेता व पदाधिकारी चफरिया, सुजौली तथा गंगापुर मण्डी होते हुए गायघाट तक कांग्रेस नेता विनय सिंह के साथ यात्रा करके, लोगों की समस्याओं व ज्वलंत मुद्दों से अवगत हुए। यात्रा के दौरान किसानों ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि, चीन द्वारा नेपाल के रास्ते से बडे पैमाने पर की जा रही लहसुन की तस्करी से भारतीय किसानों के देसी लहसुन उत्पादन से मिलने वाले लाभ पर प्रतिकूल प्रभाव तो पड ही रहा है। बल्कि भारत मानव के सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड रहा है। साथ ही भारत से अन्तर्राष्ट्रीय बाजार नेपाल में बड़े पैमाने पर उर्वरकों, खाद्यान्नों की कालाबाजारी हो रही है। उपरोक्त गम्भीर प्रकरण पर कांग्रेस नेता विनय सिंह ने कहा कि वे भारतीय बाजारों में देशी लहसुन की मांग व कीमतों पर पड रहे प्रतिकूल प्रभाव व नेपाल के रास्ते से चीन द्वारा किए जा रहे, लहसुन की तस्करी के कारण भारतीय किसानों को, हो रही भारी नुकसान जैसे मुद्दे को लेकर आगामी 28 सितंबर 2024 को भारत नेपाल सीमा पर चेतावनी मार्च निकाल कर, राष्ट्रपति भारत सरकार का ध्यानाकर्षण कराएंगे। उन्होंने कहा कि चीन से आने वाले लहसुन अत्याधिक सफेद एवं चमकदार दिखता है। जो रासायनिक प्रसंस्करण का परिणाम है। जिसका सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक तथा दुष्प्रभावी है। उन्होंने भारत से नेपाल में उर्वरकों व खाद्यान्नों पर हो रही अन्तर्राष्ट्रीय कालाबाजारी पर तमाम बार शासन प्रशासन को मांगपत्र व शिकायत पत्र देने के बावजूद उपरोक्त गम्भीर प्रकरण पर सूरदास की स्थिति पर गहरा रोष ब्यक्त करते हुए इस पर आर पार के संघर्ष की चेतावनी दी है। किसान नेता अवधराज पासवान ने कहा कि भारतीय किसानों का लहसुन 250 से लेकर 260 रुपए तक बिक जाता है। जबकि चीन का लहसुन सस्ते दामों में बिकाऊ के कारण उसकी मांग ज्यादा बढ जाने के कारण भारतीय लहसुन किसानों की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। और ब्यापार में काफी गिरावट आ चुकी है। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी अमर सिंह वर्मा ने कहा कि, उपरोक्त तस्करी रोकने के लिए कानूनी और प्रशासनिक कार्यवाही के साथ ही साथ केन्द्र व राज्य सरकार को कडे कदम उठाने होंगे। सामाजिक कार्यकर्ता राम प्यारे ने कहा कि लहसुन भारतीय भोजन और दवाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण अवयव के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी और बढ जाती है कि, हम उक्त तस्करी के लिए सजग व सतर्क हों, जिससे भारतीय भूमि और कृषि पर दीर्घकालिक प्रभाव से बचा जा सके। इस अवसर पर शिवसागर वर्मा, नत्थाराम, मोहम्मद अयूब, भोंदू, लालजी गोस्वामी, तारा देवी आदि ने भी अपने अपने विचार ब्यक्त किए।