Home उत्तर प्रदेश चिकित्सकों की टीम ने किया चिरगांव में आदिवासी बस्ती का भ्रमण

चिकित्सकों की टीम ने किया चिरगांव में आदिवासी बस्ती का भ्रमण

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देश के भविष्य को स्वस्थ और समृद्ध बनाने में सभी अपना योगदान दें, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं:जिलाधिकारी

JHANSI: जिलाधिकारी मृदुल चौधरी के नेतृत्व में जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं एवं टीकाकरण के स्तर में लगातार सुधार हो रहा है, बच्चों के सत्र शत-प्रतिशत पूर्ण प्रतिरक्षण के लिए अतिरिक्त प्रयासों की अभी भी आवश्यकता है। टीकाकरण से वंचित बच्चों और महिलाओं को प्रतिरक्षित करने के उद्देश्य के लिए टीकाकरण अनिवार्य है। उक्त उद्गार जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कलेक्ट्रेट में जनता दर्शन के दौरान उपस्थित जनों एवं अधिकारियों के समक्ष व्यक्त किए।  जनपद में टीकाकरण कवरेज में तेज़ी लाने के लिये दिए निर्देशों के क्रम में सघन टीकाकरण के सत्यापन की परिकल्पना की गई ताकि टीकाकरण कवरेज़ को 100% तक बढ़ाया जा सके ताकि अधिक से अधिक बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पूरी तरह से प्रतिरक्षित किया जाना है। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी के निर्देश पर जनपद में टीकाकरण प्रगति में सुधार लाए जाने के लिए डॉक्टर रविशंकर, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिरगांव का निरीक्षण किया और टीकाकरण की कार्यवाही को देखा। उन्होंने इस मौके पर U-WIN पोर्टल पर एएनएम द्वारा नियमित टीकाकरण से आच्छादित किए सभी लाभार्थियों का सत्यापन किया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ0 रविशंकर की अगुवाई में टीम ने आदिवासी बस्ती में जागरूकता कैंप आयोजित कर टीकाकरण के माध्यम से गर्भवती महिलाओं तथा 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों को 12 होने वाले लाभ की जानकारी देते हुए बताया कि टीकाकरण से विभिन्न जानलेवा बीमारियों यथा- तपेदिक, गलघोंटू, टिटनेस, काली- खांसी, इन्फ्लूएंजा, हेपेटाइटिस बी, खसरा, रूबेला, दिमागी बुखार (जापानी एन्सेफलाइटिस), निमोनिया, पोलियो एवं रोटा वायरस जनित डायरिया से बचाव हेतु पूर्णतः प्रतिरक्षित है। आदिवासी बस्ती में आयोजित कैम्प में डॉ रविशंकर ने जानकारी देते हुए गर्भवती महिलाओं से कहा कि टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित, अत्यन्त प्रभावी एवं गर्भवती महिलाओं और बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला है। इसलिए टीकाकरण को अपनाने की आवश्यकता है। प्रत्येक बच्चे को सभी टीकों की सभी खुराकें सही समय पर दी जानी आवश्यक हैं। मीजिल्स, रूबेला जैसी गंभीर बीमारियों के उन्मूलन के लक्ष्य के दृष्टिगत टीकाकरण और भी आवश्यक हो जाता है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ रवि शंकर ने बताया कि सप्ताह के प्रत्येक दिवसो में आंगनबाड़ी केन्द्रो, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो एवं जिला चिकित्सालयों में इन बीमारियों से सम्बंधित सभी टीके निःशुल्क लगाये जायेगें। अन्य स्थानो पर होने वाली टीकाकरण की जानकारी के लिए अपने क्षेत्र की आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री से सम्पर्क करें।
     उन्होंने जनपद वासियों से अपील करते हुए अनुरोध किया कि अपने 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण सत्र पर ले जाकर उनका टीकाकरण आवश्य करवायें ताकि उन्हें उपरोक्त जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके। यह टीके पूरी तरह से सुरक्षित है। इसके साथ ही जब भी आशा, ए०एन०एम०, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आपके घर सूचना देने आए तो बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण अवश्य करवायें। ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस पर सभी गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क जांच भी की जाती है। इसके लिए अपने नजदीकी आशा एवं आंगनबाडी कार्यकत्री से सम्पर्क करें और देश को स्वस्थ एवं समृद्ध बनाने में अपना योगदान दे। इस अवसर पर अधीक्षक चिरगाँव डॉक्टर रामकिशोर,जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा विजय शुक्ला, जिला वैक्सीन कोल्ड चेन मेनेजर गौरव वर्मा, डीएमसी आदित्य जायसवाल, नवल किशोर,  संजय शिवहरे सहित अन्य चिकित्सक एवं गर्भवती महिलाएं उपस्थित रहीं।