देश के कोने – कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु परिवार सहित गुरु पूजन में हुए शामिल, ग्रहण किया प्रसाद
PRAYAGRAJ NEWS: गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर गुरुवार को प्रयागराज के संत, महात्माओं के आश्रम में भोर से गुरु पूजन शुरू होकर दोपहर तक चलता रहा। उसके बाद विशाल भण्डारे में बड़ी संख्या में शिष्यों ने परिवार सहित प्रसाद ग्रहण किया जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महराज के अलोपीबाग स्थित आश्रम में भव्य आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में देश के कोने – कोने से बड़ी संख्या में शिष्यगण गुरु मंत्र लिया। गुरु पूर्णिमा महोत्सव के बाद विशाल भण्डारे में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रीबाघम्बरी मठ, अल्लापुर में महंत बलवीर गिरी के नेतृत्व में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया । अखाड़ा परिषद के ब्रह्मलीन अध्यक्ष स्वामी नरेन्द्र गिरी के पूजन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, बाद में शिष्यगण महंत बलबीर गिरी का पूजन और गुरुमंत्र (दीक्षा) लिया, तत्पश्चात विशाल भण्डारे में बड़ी संख्या में शिष्य प्रसाद ग्रहण किया। श्रृंगवेरपुर धाम के जगद्गुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज के आश्रम श्रृंगवेरपुर में विशाल गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन सुबह पांच बजे से किया गया,जहां पर बड़ी संख्या में शिष्यगण परिवार सहित गुरु पूर्णिमा महोत्सव के कार्यक्रम में शामिल हुए। पांच दर्जन शिष्यों ने गुरु दीक्षा ली। विशाल भण्डारे में शिष्यों ने परिवार सहित प्रसाद ग्रहण किया। प्रयागराज में सबसे विशाल अन्नक्षेत्र चलाने वाली संस्था लाल महेंद्र शिव शक्ति समिति ओम नमः शिवाय प्रयागराज की ओर से ईसीसी के पीछे गऊघाट आश्रम में विशाल रूद्र महायज्ञ गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर सुबह पांच बजे से शुरू होकर दोपहर तक चला। उसके बाद विशाल भण्डारे में देश के कोने – कोने से आये हुए बड़ी संख्या में शिष्य प्रसाद ग्रहण किया मुख्य अतिथि राज्य सूचना आयुक्त पीएन द्विवेदी ने गुरुदेव से आशीर्वाद लिया। राज्य सूचना आयुक्त पीएन द्विवेदी ने पूज्य गुरुदेव द्वारा माघ मेला, महाकुम्भ, कोविड, सात जिलों के मेडिकल कॉलेज के बाहर चलाए जा रहे विशाल भण्डारे की प्रशंसा किया। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी सेवा मानव सेवा है और उसमें अन्न सेवा सबसे प्रधान है क्योंकि भूखे को खाना खिलाने से साक्षात भगवान नारायण खुश होते है और मनोवांक्षित फल की प्राप्ति होती है।
अखिल भारतीय दण्डी संन्यासी परिषद के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पीठाधीश्वर स्वामी रामाश्रम महराज ने बताया कि गढवा, नवाबगंज स्थित आश्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव सुबह सात बजे से शुरू होकर दोपहर तक चला। बड़ी संख्या में शिष्य शामिल हुए। परमहंस स्वामी प्रभाकर महराज की ओर से से गुरु पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम गुरुवार को सुबह सात बजे से सिद्ध विनायक गेस्ट हाउस दूबे तालाब नैनी एफसीआई गोदाम के पास नियर सेमस्टार स्कूल के सामने गली में हुआ। स्वामी प्रभाकर महराज ने बताया कि महारुद्राभिषेक सुबह आठ बजे, गुरुपुजन और सत्संग सुबह 10 बजे से, महाप्रसाद एवं भण्डारा कार्यक्रम दोपहर दो बजे से शुरू होकर देर शाम तक चलता रहा।
श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर अलोपीबाग में बड़े धूमधाम से मनाया गया। स्वामी घनश्यामाचार्य महराज ने बताया कि सनातन धर्म में गुरु देवता के तुल्य माना गया है, गुरु को हमेशा ब्रह्मा, विष्णु, महेश के समान पूज्य माना गया है, वेद, उपनिषद और पुराणों का प्रणयन करने वाले वेदव्यास जी को समस्त मानव जाति का गुरु माना जाता है। उन्होंने कहा कि महर्षि वेदव्यास का जन्म अषाढ़ पूर्णिमा में हुआ था उनके सम्मान में हर वर्ष अषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन व्यास जी ने शिष्यों एवं मुनियों को सर्वप्रथम पुराणो एवं वेदों का ज्ञान दिया था अतः है यह शुभ दिन व्यासपूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।