नगर निगम चुनाव में मिली सफलता से बीजेपी बहुत खुश होने वाली थी लेकिन कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की विशाल जीत से नगर निकाय की सफलता नीरस हो गई ।
*लोकसभा चुनाव में होगी दिक्कत*
कर्नाटक विधानसभा की हार में बीजेपी की मुसीबत लोकसभा में बढ़ेगी। बीजेपी को अपनी सरकार बचानी है और विपक्ष को अपनी सरकार बनानी है । आज बीजेपी को 100 सीट के नुकसान होने की स्थिति आ गई है ।
*अपना दल एस को मिलेगा महत्व*
कर्नाटक हार से लोग कह रहे हैं कि बीजेपी अपने सहयोगियों को महत्व नहीं देती है , उत्तर प्रदेश में अब बीजेपी को अपना दल एस की बात बावनी ही होगी , इसके पीछे दो कारण है *पहला* विधानसभा चुनाव 2022 में सपा ने पटेल प्रत्याशी देकर अपने विधायक बनाए , अब सपा इसका प्रयोग लोकसभा में करेगी , इससे बचने के लिए अपना दल एस का मज़बूत होना जरुरी है ।
*दूसरा* अपना दल एस ने दो सीट पर चुनाव में जीत कर कुल संख्या 13 कर चुकी है , इससे पार्टी के कार्यकर्ता उत्साहित हैं और लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीट का हक अपना दल एस का बनता है ।
*लगभग 33 लोकसभा सीट बीजेपी अपना दल एस की वजह से जीतती है , लेकिन अपना दल एस दो सीट पर ही लड़ती है* जिससे अपना दल एस के नेताओं को दिक्कत होती है ।
अब अपना दल एस का हक कम से कम 10 लोकसभा सीट का हक होता है। और बीजेपी को देना ही होगा।