MIRZAPUR: विकास खंड क्षेत्र के कन्हईपुर धरकार बस्ती से गोंड बस्ती तक जाने वाला 500 मीटर लंबा कच्चा चकमार्ग डेढ़ दशक बीतने के बावजूद खडंजा या सर्वऋतु मार्ग में तब्दील नहीं हो सका। इस मार्ग पर एक पुलिया की भी आवश्यकता है। बरसात के दिनों में कीचड़युक्त मार्ग पर बस्तीवासियों को अपने झुग्गी-झोपड़ियों तक पहुंचने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। सरकार की मंशा के बावजूद, जो गांव की अंतिम सड़क को पक्का और स्वच्छ बनाने पर जोर देती है, यह मार्ग उपेक्षित बना हुआ है। सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) पटेहरा कला, धर्मेंद्र कुमार दूबे ने कहा कि कन्हईपुर धरकार बस्ती तक पहुंच मार्ग की समस्या को अतिशीघ्र खडंजा लगाकर और पुलिया निर्माण कर दूर किया जाएगा।
बस्तीवासियों की पीड़ा केशव गोंड ने बताया कि डेढ़ दशक पहले तत्कालीन प्रधान दयाशंकर मिश्र ने कच्चा चकमार्ग बनवाया था, लेकिन उसके बाद किसी भी प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ब्लॉक प्रमुख या विधायक ने इसे पक्का करने की दिशा में कदम नहीं उठाया। बरसात में कीचड़ के कारण घर पहुंचना मुश्किल हो जाता है, और हर साल बस्तीवासियों को इस समस्या से जूझना पड़ता है।
नित्यानंद मिश्र ने कहा कि 500 मीटर के इस चकमार्ग में खडंजा या सर्वऋतु मार्ग के साथ जल निकासी के लिए एक पुलिया की सख्त जरूरत है। चिंतामणि धरकार ने शिकायत की कि हर चुनाव में नेता वोट लेने आते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन सड़क पक्की करने पर कोई ध्यान नहीं देता। बरसात में बच्चों को स्कूल और बुजुर्गों को इलाज के लिए डोली-खटोली से मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है।
दशरथ धरकार ने कहा कि विकास के नाम पर अनावश्यक खर्च तो बहुत होता है, लेकिन यह मार्ग डेढ़ दशक से पक्का होने का इंतजार कर रहा है, और अधिकारी भी बेखबर बने हुए हैं।