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37 वीं अखिल भारतीय प्राइजमनीं इन्दिरा इंदिरा मैराथन : रायबरेली एक्सप्रेस पदम श्री सुधा सिंह ने मारी बाजी, पुरुषों में शेर सिंह रहे अव्वल

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प्रयागराज। 37 वीं अखिल भारतीय प्राइजमनीं इन्दिरा मैराथन में एक नया रिकार्ड बना। महिला वर्ग की धाविका रायबरेली एक्प्रेस के नाम से मशहूर ओलंपियन सुधा सिंह ने 42.195 किलोमीटर 2ः51ः40 सेकेंड में तय कर महिला वर्ग में का खिताब हासिल किया। पुरुष वर्ग में जयपुर आर्मी के शेर सिंह 2ः20ः11 सेकेंड़ के साथ चैम्पियन बने। पुरुषों में दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र के विक्रम बंगरिया और तीसरे स्थान पर प्रयागराज के अनिल कुमार रहे। महिला वर्ग में दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र की अश्वनी मदन जाधव और ज्योति शंकर राव तीसरे स्थान पर रहीं। ज्योति पूर्व में छह बार चैंपियन रह चुकी हैं। शनिवार को आयोजित इंदिरा मैराथन प्राइजमनी प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रदेश सरकार के युवा कल्याण एवं खेल राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीशचंद्र यादव ने किया। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर हर वर्ष आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का शुभारंभ आनंद भवन से किया गया।

पुरस्कृत हुए सभी विजेता धावक, धाविकाएं

खेल विभाग उ0प्र0 शासन द्वारा मैराथन में विजेता धावक, धाविकाओं को पुरस्कृत किया गया। जिसमें महिला एवं पुरुष को प्रथम पुरस्कार 200000-द्वितीय पुरस्कार 100000 तृतीय पुरस्कार 40000 एवं जिखेलकूद प्रोत्साहन समिति से 35000 कुल 75000 एवं 4 से 14 स्थान तक 10000 रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। इस तरह कुल 9,70,000 ( नौ लाख सत्तर हजार रू० मात्र ) दोनो वर्गों में पुरस्कार राशि दी गई।

42.195 किमी की होती है रेस

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्मदिवस पर हर वर्ष इंदिरा मैराथन का आयोजन किया जाता है। 42.195 किमी लंबी इस मैराथन में हिस्सा लेने के लिए दो ओलंपियन व पूर्व के विजेताओं के आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया। सेना के साथ-साथ प्रयागराज के धावकों ने भी पूरे दमखम के साथ हिस्सा लिया।

स्केटिंग करते नन्हे बच्चों का आकर्षण

खेल विभाग द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे स्केटिंग के नन्हें मुन्ने बच्चों ने जमकर धमाल मचाई और रेस छूटने तक लगातार अपने स्केटिंग का हुनर दिखाते रहे। आकर्षण का केन्द्र बने रहे।

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम

समापन समारोह के दौरान विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। खचाखच भरे दर्शक दीर्घा में तालियों की गड़गड़ाहट ने खिलाडियों को गदगद कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले जगत तारन गल्र्स इण्टर कालेज, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर गंगापुरी, ज्वाला देवी बालिका इण्टर कालेज मम्फोर्डगंज, आर्य कन्या इण्टर कालेज के बच्चों की सराहना की। सांसद फूलपुर केशरी देवी पटेल ने इंदिरा मैराथन में प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों व लोगो को बधाई दी।

सुधा के नाम हैं कई एतिहासिक रिकॉर्ड

पदमश्री सुधा सिंह ने कहा कि इतिहास रचने का इरादा पक्का निकला है। एक बार बढ़त बनी तो मुड़कर नहीं देखा। अब ओलम्पिक मिशन है। जिन्दगी का हर लम्हा संघर्ष वाला रहा। दुआ रही तो कई ख्याति स्थापित करनी है।
गौरतलब हो कि मूलतः अमेठी की रहने वाली सुधा सिंह अर्जुन पुरस्कार व पद्मश्री से सम्मानित हैं। 37वी अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन में प्रथम स्थान हासिल किया। उन्होंने वर्ष 2012 और 2016 के ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया। 2007 में राष्ट्रीय खेलों में पहला स्थान हासिल किया। इसके बाद 2009 में एशियन चैंपियनशिप में रजत और 2010 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। 2016 में सुधा ने आईएएएफ डायमंड लीग मीट में नेशनल रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रचा था। उन्होंने 2018 में भी एशियन गेम्स में रजक पदक जीता। इसके अलावा वह मुंबई मैराथन की पांच बार की विजेता रह चुकी हैं। जबकि पिछले वर्ष उन्होंने दिल्ली मैराथन में पहला स्थान हासिल कर अपनी काबिलियत का परिचय दिया था।
सुधा सिंह
प्रथम स्थान
इन्दिरा मैराथन

शेर सिंह चैम्पियन ने कहा, इसका मैं प्रमाण हूं।

शेर सिंह ने कहा कि बेहतर माहौल में जीत यादगार बनी। उम्मीद टाइमिंग तोड़ने की थी लेकिन कड़ी प्रतिस्पर्धा नहीं मिलने से ख्वाब रह गया।
बतादें कि 37वीं इंदिरा मैराथन के पुरुष वर्ग के विजेता शेर सिंह बने है। मूलतः राजस्थान में सीकर जिले के रहने वाले शेर सिंह 11 वर्ष सेना में सेवा दे रहे थे। एक वर्ष पूर्व उन्होंने दक्षिण एशियन गेम में कांस्य पदक जीता तो उन्हें राजस्थान सरकार ने सीधे सब इंस्पेक्टर बना दिया। अब वहीं कार्यरत हैं। जब शेर सिंह विजेता बने तो खुशी से फूले न समाए। उन्होंने बताया कि सेना में आने के बाद ही दौड़ना शुरू किया था। उसके पहले कोई प्लान नहीं था कि धावक बनना है।
शेर सिंह ने मुंबई मैराथन में सिल्वर मेडल जीता, ऊंटी में ले रहे प्रशिक्षण रू मुंबई मैराथन के सिल्वर मेडल जीतने वाले शेर सिंह ओलंपियन खेताराम सिंह से ऊंटी में वर्तमान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इंदिरा मैराथन जीतना मेरा सपना था। आज बस सोचा था कि अपना सर्वश्रेष्ठ देना है। धावकों को मेरी यह सलाह दी कि अच्छी प्रैक्टिस ही सफलता दिलाएगी। इसका मैं प्रमाण हूं।
शेर सिंह
प्रथम स्थान
इन्दिरा मैराथन

उप विजेता विक्रम बंगरिया ने कहा, घर में खाने का भी नहीं था इंतजाम
प्रातःकाल एक्सप्रेस
प्रयागराज। इंदिरा मैराथन में द्वितीय स्थान प्राप्त महाराष्ट्र के विक्रम बंगरिया का सपना अब एशियन गेम और ओलंपिक में पदक जीतना है। विक्रम के नाम राष्ट्रीय प्रतियोगिता एक स्वर्ण एक रजत एक कांस्य है। अर्मी में दो बार स्वर्ण पदक है। क्रिकेट खेलना और नदी में तैरना पसंद है। जीत की खुशी के बीच लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। बातचीत के दौरान उनकी आंखें नम हो गईं। रुंधे गले से पुरानी यादें उन्होंने ताजा की। बोले कि घर में तीन भाई थे और पिताजी बस चालक। आर्थिक जरूरत पूरी नहीं हो पाती थी। घर में खाने का भी इंतजाम नहीं हो पाता था तो भूखे पेट भी दौड़ता था। पहली बार मैराथन दौड़े और उप विजेता बने रू आर्मी स्पोर्ट कालेज महाराष्ट्र के पुणे में प्रशिक्षण ले रहे विक्रम बंगरिया ने प्रयागराज में कहा कि सबकी सलाह थी कि दौड़कर ही आर्मी में भर्ती होंगे और वहीं से जिंदगी बदल जाएगी। मैं दौड़ता रहा और आज इंदिरा मैराथन में दूसरा स्थान मिला है। बताया कि डाइट, प्रशिक्षण, शेड्यूल यह तो आर्मी में आने पर पता चला। अभी तक आर्मी के लिए 10 किमी रेस ही दौड़ते थे। पहली बार मैराथन में दौड़े और स्थान बनाने में सफल रहे।

कामनवेल्थ गेम्स में देश का करेंगे प्रतिनिधित्व

मैराथन के पुरुष वर्ग में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले 111 टीए बटालियन कुंमायू रेजीमेंट में हवलदार अनिल कुमार सिंह प्रयागराज के हैं। 2022 में हुई दिल्ली मैराथन को दो घंटा 16 मिनट में पूरी करने के बाद अनिल कामनवेल्थ गेम्स के लिए चयनित हुए।
इस मैराथन के पुरुष वर्ग में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले 111 टीए बटालियन कुंमायू रेजीमेंट में हवलदार अनिल कुमार सिंह हैं। वह मलेशिया में फरवरी में होने वाले कामनवेल्थ गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इंदिरा मैराथन 2017 और फिर 2021 में दूसरा स्थान प्राप्त किया। प्रयागराज के गंगापार में झूंसी स्थित हनुमानगंज के गांव सुदनीपुर कला निवासी अनिल कुमार सिंह बचपन से ही अपनी दौड़ से सबको प्रभावित करते थे। 2016 में आर्मी ज्वाइन करने के बाद स्पोर्ट्स विंग में चले गए। वहां कोच केसी रामू के निर्देशन में लंबी दौड़ का अभ्यास शुरू किया और इंदिरा मैराथन 2017 और फिर 2021 में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
दिल्ली मैराथन के बाद कामनवेल्थ गेम्स में चयनित हुए रू 2022 में हुई दिल्ली मैराथन को दो घंटा 16 मिनट में पूरी करने के बाद अनिल कामनवेल्थ गेम्स के लिए चयनित हो गए हैं। वे कहते हैं कि अपने प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए इंदिरा मैराथन में भी भाग लेने का फैसला किया। निरंतर अभ्यास जारी रखा। अपनी दौड़ दो घंटा 23 मिनट 28 सेकेंड में पूरी करने वाले अनिल कहते हैं कि वे मैराथन में लगातार लीड लिए हुए थे पर आखिरी दौर में वे दूसरे धावकों से पीछे हो गए।
अनिल सिंह
तृतीय स्थान
इंदिरा मैराथन

  1. 37वीं इंदिरा मैराथन 2022 के छह धावकों का रिकार्ड समय
    पुरुष धावक                                        दौड़ का समय
    शेर सिंह                                                2ः20ः11
    विक्रम बांगरिया                                        2ः21ः58
    अनिल कुमार सिंह                                     2ः23ः28
    गोपी थानाकल                                         2ः26ः32
    सर्वेश कुमार                                           2ः26ः49
    नीरज कुमार                                           2ः27ः57
  2. 37वीं इंदिरा मैराथन 2022 के छह धाविकाओं का रिकार्ड समय
    महिला धाविका                                   दौड़ का समय
    सुधा सिंह                                         2ः51ः40
    अश्विनी मदन जाटव                              3ः01ः22
    ज्योति शंकर राव                                 3ः05ः15
    प्राची राजू                                        3ः08ः01
    कविता पटेल                                     3ः24ः55
    सोनिया                                          3ः27ः37
    नोटः- 36वीं इन्दिरा मैराथन कोरोना की वजह से आयोजित नहीं हुई थी

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35वीं मैराथन के तीन धावकों धुरन्धरों का रिकार्ड
पुरुष धावक                               दौड़ का समय
राहुल कुमार पाल                             2ः28ः35
हरेंद्र सिंह चैहान                              2ः29ः48
हेतराम                                        2ः30ः23

धाविकाओं धुरन्धरों का रिकार्ड

महिला धाविका                         दौड़ का समय
श्यामली सिंह                                2ः53ः29
नीता पटेल                                   3ः18ः07
अनीता                                      2ः53ः29

36 वीं मैराथन 2021.22 के धुरन्धरों का रिकार्ड
पुरुष धावक                             दौड़ का समय
बेली अप्पा एबी                               2ः20ः53
अनिल कुमार सिंह                            2ः22ः08
हेतराम                                         2ः23ः12

धाविकाएं                                 दौड़ का सयम
निरमबेन भरतजी                              2ः50ः51
आरती पटेल                                  2ः55ः29
तामसी सिंह                                  2ः59ः59

 

आरेडिका की खेल अधिकारी बनी 37वीं इन्दिरा मैराथन की विजेता
आरेडिका के महाप्रबंधक, खेलकूद संघ ने दी बधाई
प्रातःकाल एक्सप्रेस
प्रयागराज। आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना रायबरेली, की खेल अधिकारी पद्मश्री सुधा सिंह ने प्रयागराज में आयोजित 37वीं इन्दिरा मैराथन में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
इस मैराथन का आयोजन पूर्व प्रधान मंत्री इन्दिरा गाँधी की जयंती पर प्रत्येक वर्ष 19 नवम्बर को किया जाता है, इसमें पूरे देश खुशी के धावक अपनी प्रतिभा दिखाते हैं। इस 42.195 किमी लम्बी दौड़ में महिला वर्ग में सुश्री सुधा सिंह प्रथम स्थान प्राप्त किया है। आरेडिका के महाप्रबंधक बृज मोहन अग्रवाल ने इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए सुश्री सुधा सिंह को बधाई दी और कहा कि सुश्री सुधा सिंह ने आरेडिका का ही नहीं अपितु भारतीय रेलवे एवं पूरे प्रदेश खुशी का नाम गौरवान्वित किया है।
आरेडिका के खेल-कूद संघ के अध्यक्ष एस. के. कटियार,नें बताया कि, इस से पूर्व भी सुश्री सुधा सिंह कई मैराथनों में विजेता रह चुकी हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा चुकी हैं, इन की प्रतिभा का सम्मान करते हुए वर्ष 2021 में इन्हें पद्मश्री की उपाधि प्रदान की गयी। सुश्री सुधा सिंह की विजय की खबर से पूरे आरेडिका में खुशी की लहर है। सभी अधिकारी और कर्मचारी उनकी विजय के लिए बधाई दे रहे हैं एवं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं। आर एन तिवारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आरएन तिवारी के बताया कि आरेडिका परिवार सुधा सिंह की उपलब्धि से गौरान्वित महसूस कर रहा है।