PRAYAGRAJ भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अधिवक्ता चैंबर और मल्टीलेवल पार्किंग का उद्घाटन किया। सीजेआई ने अधिवक्त चैंबर के आवंटन के ऑनलाइन पोर्टल का उद्घाटन रिमोट दबाकर किया। प्रोजेक्टर के माध्यम से पूरे निर्माण की विस्तृत जानकारी दी। वेब पोर्टल के माध्यम से आवंटन की पारदर्शी प्रक्रिया के बारे में बताया। कहा कि इसमें मानवीय हस्तक्षेप की संभावना शून्य है। अत्याधुनिक तकनीकि के माध्यम से पार्किंग की सुविधा है। हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन किया जा सकेगा। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ समेत सुप्रीम कोर्ट के कई न्यायाधीश और केंद्रीय कानून राज्य मंत्री मौजूद रहे।
उद्घाटन के बाद सीजेआई ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसारी, सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय कानून राज्य मंत्री मेघवाल के साथ परिसर का निरीक्षण किया।उद्घाटन के बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंंचे सीजेआई और सीएम। मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भंसाली सीजेआई का बुके देकर स्वागत किया। केद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का भी प्लांट देकर स्वागत किया गया। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश मनोज मिश्र ने सीएम योगी को पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अरुण भंसाली ने स्वागत भाषण में कहा अधिवक्ता चैंबर और मल्टीलेवल पार्किंग इलाहाबाद हाईकोर्ट के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा, जस्टिस भंसाली ने बताया कि मल्टीलेवल पार्किंग और एडवोकेट चैंबर 20 लाख फीट एरिया में किया गया है। यह भारत का सबसे बड़ा चैंबर और पार्किंग है। इसमें यूपी सरकार का विशेष योगदान है। इसके अंतर्गत लाइब्रेरी, डाइनिंग हॉल, कांन्फ्रेंस एंड मीटिंग रूम के साथ पोस्ट आफिस और एसबीआई की शाखा भी है। इसके निर्माण कार्य में सहयोग के लिए मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार जताया। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट आए सुप्रीम कोर्ट के जजों जस्टिस पंकज मित्थल, जस्टिस मनोज मिश्र, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस जेके माहेश्वरी,जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बीवी नागरत्ना के प्रति भी भंसाली ने आभार जताया। बता दें कि विजन डाक्यूमेंट के माध्यम से निर्माण की जानकारी दी 12.35 हेक्टेयर में हाईकोर्ट स्थित है। एडवोकेट चैंबर बहुमंजिला पार्किंग का आज उद्घाटन किया गया। पहले 204 अधिवक्ता कक्ष मौजूद था। प्रथम तल चार एकड़ से अधिक है। संपूर्ण क्षेत्र 20 लाख वर्गफीट है। दो हजार 283 चार पहिया वाहन खड़े कराए जा सकते हैं। 25 टॉयलेट का निर्माण किया गया है। 14 सीढ़ी, 24 लिफ्ट का निर्माण कराया गया है। 680 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कराया गया है जो विश्वस्तरीय सुविधा पर आधारित है। द्वितीय चरण में वादकारी खंड का निर्माण कराया जाना है।