परवेज़ आलम,
प्रातःकाल एक्सप्रेस Pratahkal Express
यह तस्वीर वायुसेना के एयरशो में तकरीबन 120 विमानों के प्रदर्शन के दौरान हमने खींची। इसे देखकर लगा कि सप्ताहभर की तैयारी, समीक्षा बैठक, निरीक्षण पर निरीक्षण में क्या हुआ होगा, ट्राफिक व्यवस्था भी जग जाहिर हुई, कई घंटो जाम लगा रहा। इसका अंदाजा आप सब को हो चुका होगा। अब दावे से कह सकते हैं कि प्रशासन को माननीय और जनप्रतिनिधि लिखना नही आता। या आप कह सकते है कि राष्ट्र भाषा हिन्दी का अस्तित्व खतरे में है ? या इसी को बचाने की खातिर हिन्दी दिवस मनाया जाने लगा।
माननीय और जनप्रतिनिधियों के लिए बैठने के लिए बनाये गए स्थान की है। इसके ठीक पीछे मीडिया सेंटर बनाया गया था जहाँ सैकड़ों मीडिया कर्मी मौजूद रहे। एयर शो खत्म होने के बाद पत्रकार साथियों के साथ बस पर सवार हो गया था, अचानक बस से उतरा और दो तीन क्लिक के बाद पुनः बस पर सवार हो गया, कुछ साथियों ने पूंछ क्या है, हमने कहा न्यूज़ ?
यही वह न्यूज़ थी। जिसे प्रातःकाल एक्सप्रेस में छापने के बाद आज से प्लेटफार्म पर शेयर कर रहा हूँ,
हालांकि एअर शो में आने वाले सभी अतिथि इस फ़्लैश बोर्ड से गुजरे, देखे भी होंगे, और आप लोग भी देख ली जिये। प्रशासनिक व्यवस्था के लोग कितने पढ़े लिखे है और इस बोर्ड पर लिखा हुआ कितना सही, गलत है
अब सवाल उठता है कि इस गलती के लिए जिम्मेदार कौन है, इसकी सजा मिलनी चाहिए, या छमा योग्य है, इसे आप अगर राष्ट्र भक्त है तो कमेंट्स में अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दी जिये।
जय हिंद