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राम-केवट मिलन स्थली पर गूंजी प्रभु श्रीराम की महिमा- श्रृंगवेरपुर धाम में भगवान श्रीराम केवट मिलन स्थली पर श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ, कलश यात्रा में उमड़ा जनसैलाबलालगोपालगंज, प्रयागराज। श्रृंगवेरपुर धाम। बिन सत्संग विवेक ना होई, राम कृपा बिन सुलभ न सोईष् की महिमा को चरितार्थ करते हुए श्रृंगवेरपुर धाम स्थित मां भगवती गंगा के पावन तट एवं पर्यटक सुविधा केंद्र पर श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन आरंभ हो गया। कथा के पूर्व विशाल कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मंगलवार को श्रृंगवेरपुर धाम में आध्यात्मिक चेतना का संचार करते हुए श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया, जो कमालापुर से लालगोपालगंज भगवतीपुर होते हुए श्रृंगवेरपुर धाम तक पहुंची। इस यात्रा में सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने कलश में गंगाजल लेकर कथा स्थल तक का सफर तय किया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। शाम करीब 4 बजे से वृंदावन धाम से पधारे सुप्रसिद्ध कथा व्यास राहुल कृष्ण महाराज ने अपने श्रीमुख से भागवत कथा का रसपान कराया। महाराज जी ने बताया कि यह श्रृंगवेरपुर धाम भगवान श्रीराम का है और राम ही कृष्ण हैं। उन्होंने इस पावन स्थली पर कथा कहने का अवसर प्राप्त होने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि जहां भी सत्संग हो, वहां सभी को अवश्य हिस्सा लेना चाहिए, क्योंकि सत्संग से ही प्रभु की कृपा प्राप्त होती है। कथा के मुख्य यजमान अमृता शुक्ल एवं रामचंद्र शुक्ल ने हर्षोल्लास के साथ कथा श्रवण किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय रामायण मेला के महामंत्री उमेशचंद्र द्विवेदी, सहकारी संघ ब्लॉक अध्यक्ष कृष्णचंद्र पांडेय, आर्यावर्त सनातन महासभा के जिला अध्यक्ष पवन शुक्ला, बसंतलाल उपाध्याय सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मुख्य आयोजकों में मनोज शुक्ल व दुर्गेश शुक्ल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त, हरिशंकर त्रिपाठी, कमलापति त्रिपाठी, प्रेम त्रिपाठी, रविंद्र दुबे, अरविंद दुबे, मिथिलेश मिश्र, राम शिरोमणि शुक्ल, आशीष केसरवानी, तन्मय द्विवेदी, विश्वास द्विवेदी, अमित द्विवेदी, रामबाबू शुक्ल, श्याम बाबू शुक्ल, सुमति श्रेया, शालिनी और सौरभ सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित होकर धर्म लाभ प्राप्त किया।