नकली दवाओं के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। यह नकली दवाएं नामी कंपनियों के ब्रांड नाम से तैयार की गई थीं। केंद्रीय औषधि एजेंसी ने देशभर की दवा लाइसेंसिंग अथॉरिटीज को इस बारे में अलर्ट किया है।
ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन ने 22 से 24 नवंबर के बीच एक कार, दो गोदाम और बद्दी स्थित त्रिजल फॉर्मूलेशन के गैरआधिकारिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से यह नकली दवाएं बरामद की हैं। द ट्रिब्यून के मुताबिक इन नकली दवाओं की कुल वैल्यू एक करोड़ से ज्यादा बताई गई है। सीज की गई दवाओं में *मोंटेयर, अटोर्वा, रोजडे, जीरोडॉल, टीएच4, डायटर, दिलजेम एसआर, यूरिस्पास और बायोडी3 कैप्सूल हैं। जिन कंपनियों के नाम पर नकली दवाएं बनाई गई हैं, उनमें सिप्ला, जायडस कैडिला, यूएसवी प्राइवेट लिमिटेड और आईपीसीए जैसे नाम हैं।*